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29 नवंबर 2011
डॉलर लगातार मजबूत होने से केमिकल के मूल्य में बढ़ोतरी
रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत होने से घरेलू बाजार में केमिकल की कीमतों में तेजी आने की संभावना है। पिछले 15 दिनों में अधिकतर केमिकल उत्पादों के दाम पहले ही 5-7 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। केमिकल उत्पादों के आयातकों का कहना है कि रुपये के मुकाबले डॉलर में मजबूती के कारण घरेलू बाजार में केमिकल उत्पाद महंगे हो रहे हैं। इनके मुताबिक यदि आगे भी डॉलर लगातार मजबूत होता है तो आगामी फरवरी-मार्च तक केमिकल उत्पादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। केमिकल उत्पादों के आयातक श्री श्याम ओवरसीज के श्रीश गुप्ता ने बताया कि पिछले 15 दिनों में रुपये के मुकाबले डॉलर में हुई भारी बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में केमिकल उत्पादों की कीमतों में 5-7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि सिट्रिक एसिड की मांग कमजोर रहने के कारण इसकी कीमतों में गिरावट आई है। कारोबारियों के मुताबिक उद्योगों की ओर से मांग में कमी के कारण सिट्रिक एसिड थोड़ा सस्ता हुआ है। जिससे आयातकों को महंगे आयात का नुकसान उठाना पड़ सकता है। सिट्रिक एसिड के थोक विक्रेता रचित मनचंदा ने कहा कि इन दिनों सिट्रिक एसिड की मांग कम रहती है जिससे दाम घटे हैं। इसके दाम कम रहने से आयातकों को चीन से आयात किए जा रहे सिट्रिक एसिड पर नुकसान हो रहा है। पिछले 15 दिनों में सिट्रिक एसिड के दाम एक से डेढ़ फीसदी घटकर 2950-3650 रुपये प्रति 50 किलो के स्तर पर रह गए हैं। पहले यह 3000-3700 रुपये प्रति पचास किलो के स्तर पर थे। कारोबारी प्रकाश अरोड़ा ने बताया कि सिट्रिक एसिड के अलावा अन्य केमिकल उत्पादों के दाम 7 फीसदी तक बढ़े हैं। इनके मुताबिक घरेलू बाजार में अमोनियम क्लोराइड 850-2,200 रुपये, बोरिक एसिड 3,200-3,600 और कास्टिक सोडा के दाम 1,600-1,700 रुपये प्रति पचास किलो चल रहे हैं। इसके अलावा अमोनिया बाइकार्ब की कीमत 450-500 रुपये प्रति 25 किलो है। शिखर केमिकल्स के प्रोपराइटर व केमिकल मर्चेन्ट एसोसिएशन के महामंत्री श्यामसुन्दर गुप्ता ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान औद्योगिक विकास की दर में गिरावट की वजह से केमिकल उत्पादों की कीमतों में कमी दर्ज की गई थी लेकिन फिलहाल डॉलर में आई भारी तेजी के कारण इन उत्पादों के दाम बढ़ रहे हैं। संभवत: फरवरी-मार्च तक इनकी कीमतों में भारी तेजी आ सकती है क्योंकि आयातकों की ओर से अभी दिए जा रहे ऑर्डर जनवरी तक घरेलू बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे।बात पते कीयदि आगे भी डॉलर लगातार मजबूत होता है तो आगामी फरवरी-मार्च तक केमिकल उत्पादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लेकिन उद्योगों की ओर से मांग में कमी के कारण सिट्रिक एसिड सस्ता होने से आयातकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। (Business Bhaskar)
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