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09 जुलाई 2010
बाढ़ बनी आफत
चंडीगढ़/ पटियाला/लुधियाना/जालंधर/अमृतसर मानसून की पहली बारिश का कहर तीसरे दिन भी जारी रहा। सतलुज-यमुना लिंक नहर समेत कई अन्य नहरों और एक झील में दरार आने से पंजाब, हरियाणा के १क्क् से ज्यादा गांवों में पानी भर गया। पटियाला में कस्बा देवीगढ़ के गांव सवाई सिंह वाला के दो लड़के पानी में बह गए। सेना ने दोनों लड़कों के शव बरामद कर लिए हैं। इनकी पहचान 12 वर्षीय गुरतेज सिंह पुत्र आत्मा सिंह और 13 वर्षीय सरबजीत सिंह उर्फ प्रिंस पुत्र अमर सिंह के रूप में हुई है। दोनों राज्यों में अब तक करीब 17 लोगों की मौत हुई है। इनमें पटियाला के छह, अंबाला के छह, कुरुक्षेत्र के दो और लुधियाना का एक व्यक्ति शामिल है। राहत और बचाव में जुटी सेना की मदद के लिए नैशनल डिसास्टर रैस्क्यू फोर्स (एनडीआरएफ) की 200 सदस्यीय विशेष टीम भेजी गई है। पंजाब में घग्गर में चार जगह दरार आने से हजारों एकड़ फसल बर्बाद हुई है।बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों की अनुसार दिल्ली-अंबाला-कालका मेन लाइन पर ट्रैफिक तीसरे दिन भी सुचारू नहीं हो पाया। ट्रेनों को जाखल-धूरी-लुधियाना मार्ग से चलाया जा रहा है। शाहबाद के पास रेलवे ट्रेक के धंसने से बुधवार रात लगभग 11 बजे रेल यातायात बिल्कुल बंद हो गया है जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पंजाब, हरियाणा व जम्मू-कश्मीर की ओर की एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। सतलुज-यमुना लिंक में 20 फीट की दरार आने से कुरुक्षेत्र-पेहोवा मार्ग बंद कर दिया गया है। ज्योतिसर के पास बीबीपुर झील में दरार आने और घग्गर नदी में संगरूर और पटियाला में दो जगहों पर दरार आने से करीब 100 गांव प्रभावित हुए। भाखड़ा मेनलाइन में दरार आने के बाद कैथल में सेना बुलानी पड़ी।पंजाब में मकोर्ड के करीब 2000 एकड़, सलेमगढ़ के 500 एकड़, सुरजन भैणी के 500 एकड़, भूंदड़ भैणी के 85 एकड़ के खेतों में पानी भरा है। मकोर्ड दरार की लंबाई 200 फीट से अधिक है। सलेमगढ़, सुरजन भैणी, भूंदड़ भैणी, हमीरगढ़, मांडवी, मूनक व मकोर्ड, फूलद के खेतों में बाढ़ आ चुकी है। इलाके का दौरा करने आए सिंचाई मंत्री जनमेजा सिंह सेखों और प्रो। प्रेम सिंह चंदूमाजरा को गुस्साए लोगों की नारेबाजी सहनी पड़ी। मोगा के निहाल सिंहवाला में गांव लोपो, मल्लेयाना, बधनीकलां, मीनियां, रणसींह गांव की लगभग 500 एकड़ फसल डूब गई। दर्जन से ज्यादा मकानों में पानी भरने से लोगों को घरों की छतों पर चढ़कर शरण लेनी पड़ी।हरियाणा में घग्गर नदी में बाढ़ के पानी ने गुहला चीका क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो गए और पंजाब को जोड़ने वाली मुख्य सड़क के ऊपर से पानी बहने लगा। पटियाला जाने वाले लोगों को वापसी दूसरे रास्ते से होकर जाना पड़ रहा है।हरियाणा में हांसी-बुटाना नहर में लगभग 200 फुट लंबी दरार पड़ने से टटियाना, सदरहेड़ी, खुशालमाजरा, खराल, भाटिया, स्यूंमाजरा सहित दर्जनों गांवों के खेतों में पानी भर गया। बाढ़ग्रस्त लोगों का कहना है कि घग्गर के ऊपर बनाया गया साईफन बाढ़ के पानी में रुकावट पैदा करता है। पानी ने रिंग बांध को तोड़ते हुए कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। (दैनिक भास्कर)
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