Daily update All Commodity news like : Wheat, Rice, Maize, Guar, Sugar, Gur, Pulses, Spices, Mentha Oil & Oil Complex (Musterd seed & Oil, soyabeen seed & Oil, Groundnet seed & Oil, Pam Oil etc.)
24 मई 2010
कमोडिटी ट्रैकर
मेंथा की नई फसल की पैदावार में कमी की आशंका से स्टॉकिस्टों की खरीद बढ़ गई है। जिससे पिछले दस-बारह दिनों में घरेलू बाजार में मेंथा तेल की कीमतों में 2।2 फीसदी की तेजी आकर भाव 772 रुपये प्रति किलो हो गए। वायदा बाजार में भी इस दौरान कीमतों में दो फीसदी की तेजी आकर जून महीने के वायदा अनुबंध के भाव 687 रुपये प्रति किलो हो गए। नई फसल की पैदावार में करीब 18 फीसदी की कमी आने की आशंका है तथा इस समय निर्यातकों की मांग भी अच्छी बनी हुई है। इसलिए मौजूदा कीमतों में और भी तेजी के आसार हैं। लेकिन जून के आखिर में नई आवक शुरू जाएगी। ऐसे में जुलाई में मेंथा तेल की कीमतों में गिरावट बनने की संभावना है। पिछले साल देश में मेंथा तेल का उत्पादन करीब 32 हजार टन हुआ था जबकि नई फसल के उत्पादन में 6 हजार टन की कमी आकर कुल उत्पादन 26 हजार टन ही होने की आशंका है। माना जा रहा है कि पिछले साल किसानों को कम भाव मिला था जिसकी वजह से इस बार मेंथा की बुवाई ही कम क्षेत्रफल में की गई है। पिछले साल नई फसल के समय मेंथा तेल का भाव 580-590 रुपये प्रति किलो था। हालांकि अभी तक उत्पादक क्षेत्रों में मौसम फसल के अनुकूल बना हुआ है। निर्यातकों के साथ घरेलू फार्मा कंपनियों की मांग बढ़ने से दस-बारह दिनों में मेंथा तेल की कीमतों में 17 रुपये की तेजी आकर भाव 772 रुपये प्रति किलो हो गए। इस दौरान क्रिस्टल बोल्ड के दाम बढ़कर 860-870 रुपये प्रति किलो हो गए। नई फसल की आवक जून महीने के अंतिम सप्ताह में बनेगी तथा जुलाई में आवक का दबाव बनेगा। ऐसे में जून में तो तेजी जारी रहने की ही संभावना है लेकिन जुलाई में आवक का दबाव बनने पर भाव घट सकते हैं। इस समय स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल की दैनिक आवक घटकर मात्र 70-80 ड्रम (एक ड्रम-180 किलो) की रह गई है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड का दाम बढ़कर 20 से 20.50 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) हो गया जबकि चार अप्रैल को इसका भाव 16-16.50 डॉलर प्रति किलो था। इस समय निर्यातकों की अच्छी मांग बनी हुई है। हालांकि वित्त वर्ष 2009-10 के पहले ग्यारह महीनों में निर्यात में 18 फीसदी की कमी आई थी। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2009-10 के (अप्रैल से फरवरी) के दौरान मेंथा उत्पादों का निर्यात घटकर 15,425 टन का ही हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 18,850 टन का निर्यात हुआ था। मालूम हो कि मसाला बोर्ड ने वर्ष 2009-10 में निर्यात का लक्ष्य 22,000 टन का रखा था। निवेशकों की खरीद बढ़ने से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर जून महीने के वायदा अनुबंध में पिछले बारह दिनों में दो फीसदी की तेजी आई है। 10 मई को जून महीने के वायदा अनुबंध में मेंथा तेल का भाव 674 रुपये था जोकि शनिवार को बढ़कर 687 रुपये प्रति किलो हो गया।- आर.एस. राणा rana@businessbhaskar.netबात पते कीनिर्यातकों की मांग भी अच्छी बनी हुई है। बीते वित्त वर्ष के 11 माह में मेंथा उत्पादों का निर्यात 18,850 टन से घटकर 15,425 टन रह गया जबकि भारतीय मसाला बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष में 22,000 टन निर्यात का लक्ष्य रखा है। (बिज़नस भास्कर)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें