17 जून 2009

दो दिनों की गिरावट के बाद लंदन में कॉपर के भाव सुधरे

पिछले दो दिनों की तगड़ी गिरावट के बाद लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर वायदा मजबूती से कारोबार करता देखा गया। हालांकि अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के सहार हुए सुधार के बावजूद जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में यहां कॉपर की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। सोमवार को एलएमई में तीन माह डिलीवरी कॉपर वायदा करीब 5,006 डॉलर प्रति टन पर निपटा था जो मंगलवार को करीब 5,070 डॉलर प्रति टन के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। कारोबारियों के मुताबिक बैंक ऑफ जापान ने अपनी रिपोर्ट में इस साल के अंत में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिए हैं। इस वजह से कॉपर की कीमतों में तेजी आई है। हालांकि जानकारों का मानना है कि कॉपर की मौजूदा तेजी टिकाऊ कतई नहीं है। आमतौर पर कॉपर का इस्तेमाल बिजली और निर्माण क्षेत्र में होता है। जानकारों का मानना है कि इन दोनों ही क्षेत्रों के फंडामेंटल्स अभी भी बेहद कमजोर हैं। लिहाजा आने वाले दिनों में कॉपर की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। इस महीने की शुरूआत में भी अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीदों के सहार कॉपर की कीमतों में तेजी देखी गई थी। लेकिन अमेरिका के औद्योगिक आंकडों की गति उल्टी दिखने से पिछले दिनों कारोबारी रुझान कमजोर पड़ गया। बर्कलेज कैपिटल के विश्लेषक गैली बेरी के मुताबिक आगे के कारोबारी फंडामेंटल्स बेशक बेहतर हों लेकिन मौजूदा दौर में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती है।चालू साल के दौरान चीन की मांग बढ़ने से कॉपर की कीमतों में करीब 60 फीसदी की बढ़त हो चुकी है। हालांकि चीन में स्टॉक के मुकाबले खपत नहीं हो पाने की स्थिति में कॉपर की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। (Business Bhaskar)

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