09 जून 2009

चीन में स्टील उत्पादों के निर्यात पर 9फीसदी रियायत

दुनिया भर में छाई सुस्ती के दौर में चीन एक बार फिर अपने यहां से स्टील का निर्यात बढ़ाने की कवायद में जुट गया है। निर्यात की रफ्तार बढ़ाने के मकसद से चीन सरकार ने हॉट-रॉल्ड स्टील प्रॉडक्ट्स के निर्यात पर नौ फीसदी कर छूट देने की पेशकश की है। गौरतलब है कि इस साल जनवरी से अप्रैल के दौरान चीन के निर्यात में करीब 60 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। इसके कारण चीन स्टील उत्पादों के मामले में शुद्ध आयातक देश बन गया। उत्पादन बढ़ने और खपत घटने से यहां की ज्यादातर स्टील कंपनियां स्टॉक के बोझ की समस्या से जूझ रही हैं। पिछले एक साल से दुनिया भर में जारी आर्थिक सुस्ती की वजह से स्टील की मांग में कमी आई है। अमेरिका में एंटी डंपिंग कार्रवाई के कारण भी उसके निर्यात में कमी आई। लिहाजा सरकार को सस्ते निर्यात पर जोर देना पड़ रहा है। पिछले साल आखिरी महीनों के दौरान निर्यात में आई कमी की वजह से ही सरकार को करीब 67 स्टील उत्पादों के निर्यात पर से शुल्क हटाना पड़ा था। इसके बावजूद हालात नहीं सुधरने पर कोल्ड रॉल्ड स्टील, अलॉय स्टील, स्टेनलेस स्टील और गैल्वेनाइज्ड स्टील के निर्यात पर रियायतें देना शुरू कर दिया।सरकारी बयान के मुताबिक एक जून से हॉट रॉल्ड स्टील बेचने पर कंपनियों को नौ फीसदी टैक्स रिफंड मिलेगा। 17 फीसदी वैट में करीब पचास फीसदी कटौती से भी स्टील निर्यातकों को बड़ी राहत मिल सकेगी। दक्षिण कोरिया के कारोबारियों के मुताबिक इन सभी कवायदों से चीन की स्टील कंपनियों के उत्पादों की कीमतें वैश्विक बाजार में और प्रतिस्पर्धी हो सकेंगी। इस कटौती से पहले दक्षिण कोरिया में चीन के हॉट-रॉल्ड स्टील की कीमत करीब 500 डॉलर प्रति टन थी। जानकारों का मानना है कि निर्यात कर में कमी से खास करके पॉस्को को बड़ी चुनौती मिल सकती है। मौजूदा समय में इसके उत्पाद का भाव करीब 542 डॉलर प्रति टन है। (Business Bhaskar)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें