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10 अप्रैल 2009

कुछ हफ्ते रुककर सोने की खरीदारी में ही समझदारी

इस साल 20 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम 1006 डॉलर प्रति आउंस(31.10 ग्राम) के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। उसके बाद से सोने के भाव में गिरावट का दौर शुरू हो गया जो छिटपुट खरीदारी के चलते कभी-कभार ही थमा। अप्रैल में अक्षय तृतीया और कुछ दूसरे प्रमुख त्यौहार होने से इस महीने में सोने की खरीदारी बढ़ जाती है। इसी महीने शादियों का भी सीजन शुरू होने वाला है। फिलहाल सोने का हाजिर भाव 14,200 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर के आसपास चल रहा है। पिछले छह हफ्ते में सोने का भाव 12 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। इसको देखते हुए एक बार फिर देसी खरीदारों का जोर जेवर बनवाने पर हो सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह सोना खरीदने का सही वक्त है। बाजार के खिलाडि़यों की राय में सोने के खरीदार अगर कुछ हफ्ते और रुक जाएं तो उन्हें कीमत में कुछ फायदा हो सकता है। सर्राफा ट्रेडरों का मानना है कि सोने के भाव में गिरावट आने की पूरी गुंजाइश है क्योंकि खरीदारी में तेजी आनी बाकी है। सरकारी बैंक में काम करने वाले एक सर्राफा ट्रेडर ने कहा, 'इस समय सोने की बिक्री काफी कम हो रही है।' इधर, मुंबई के सर्राफा ट्रेडर पृथ्वीराज कोठारी कहते हैं, 'शेयर बाजार में सेंटीमेंट सुधार को देखते हुए सोने के दाम में और कमी आ सकती है। गिरावट आने की स्थिति में सोना 13,000 से 13,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ सकता है।' पिछले एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया भी लगभग 4 फीसदी मजबूत हुआ है। अगर रुपया और मजबूत हुआ तो घरेलू बाजार में सोने के दाम और गिर सकते हैं। ऐसा इसलिए कि रुपए की मजबूती पर सोने का आयात सस्ता होगा। आनंद राठी कमोडिटीज के किशोर नार्ने कहते हैं, 'हमारे हिसाब से सोने का भाव मौजूदा स्तरों से 8 से 10 फीसदी तक नीचे आ सकता है। जो लोग अभी खरीदारी रोक सकते हैं, उन्हें 15 से 30 दिन तक का इंतजार करना चाहिए।' अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के मुताबिक, तेजी के बाजार में सोने की कीमत एक साधारण पैटर्न पर चल रही है। यह छह से नौ महीने तक चढ़ता है और तेजी का अगला दौर शुरू होने से पहले एक से डेढ़ साल तक कंसॉलिडेट करता है। सोने के भाव के इस पैटर्न पर उस करेंसी में उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं होता है जिसमें इसकी खरीद-फरोख्त होती है। नवंबर, 2008 से सोने के भाव में जबरदस्त तेजी आई है और यह जनवरी 2008 के बाद से 11,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर से नीचे नहीं आया है। अगर सोना अंतरराष्ट्रीय पैटर्न पर चलता है तो मौजूदा वक्त में नई तेजी से पहले का वक्त कंसॉलिडेशन का हो सकता है। (ET Hindi)

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