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10 नवंबर 2008
मूंगफली में गिरावट का रुख बरकरार
मूंगफली की कीमतों में गिरावट जारी है। मंडियों में आवक बढ़ने और निर्यात पर प्रतिबंध की वजह से पिछले एक सप्ताह के दौरान मूंगफली की कीमतों में करीब बीस रुपये प्रति 20 किलो की गिरावट देखी गई। मौजूदा समय में मंडियों में मूंगफली की दैनिक आवक बढ़कर डेढ़ लाख बोरी से ज्यादा (एक बोरी 40 किलो) की हो गई है। इस दौरान आढ़तियों की मांग में कमी आई है जिसका असर कीमतों पर गिरावट के रुप में देखा जा रहा है। पिछले सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस को राजकोट में मूंगफली 460-470 रुपये प्रति 20 किलो और मूंगफली तेल के भावों में 30 रुपये की गिरावट आने से यह 570-580 रुपये प्रति 10 किलो रह गए।निर्यात प्रतिबंध की वजह से घरलू बाजारों में मांग बहुत कमजोर है। आढ़तियों की लिवाली बिल्कुल नहीं है। इस दौरान बाजारों में आवक भी बढ़ी है। कारोबारियों का मानना है कि खाद्य तेलों के वैव्श्रिक कारोबार से भी मूंगफली की कीमतें कीमतें प्रभावित हुई है। दरअसल वैव्श्रिक बाजारों में पाम तेल की कीमतों में पिछले दो महीनों के दौरान तगड़ी गिरावट हो चुकी है। ऐसे में दुनिया भर के बाजारों में खाद्य तेलों के साथ तिलहनों की कीमतों में भी गिरावट आई है। पिछले साल इस अवधि में मूंगफली की कीमत करीब 550-560 रुपये प्रति 20 किलो थे। वहीं मूंगफली तेल पिछले साल इस अवधि में करीब 640-650 रुपये प्रति 10 किलो बिका था। इस दौरान मूंगफली के किसानों ने निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर हड़ताल का भी सहारा लिया था। लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री के आव्श्रासन के बावजूद अबतक कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिखे हैं। मौजूदा समय में मिलों के साथ-साथ आढ़तियों की खरीद भी सीमित मात्रा में होने से किसानों को मजबूरन भाव घटाकर बिकवाली करनी पड़ रही है। वहीं मूंगफली तेल की घरेलू खपत में भी लगातार कमी आ रही है। एक अनुमान के अनुसार खाद्य तेलों की भारत की सालाना खपत करीब 120 लाख टन की है तथा इसमें मूंगफली तेल की हिस्सेदारी महज चार-पांच फीसदी ही है।पिछले साल घरलू बाजारों में मूंगफली तेल की तगड़ी निर्यात मांग रहने की वजह से मिलों और आढ़तियों की मांग भी तेज रही। जिसका असर इसके कीमतों पर तेजी के रुप में देखा गया था। किसानों को बेहतर दाम मिलने की वजह से ही इस साल गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर करीब 22 लाख टन होने की संभावना है। पिछले साल राज्य में करीब 17 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था। कारोबारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में मूंगफली की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। चालू फसल सीजन के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य में 35.5 फीसदी का इजाफा कर भाव 2100 रुपये प्रति किवंटल तय किया है।केंद्र सरकार द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान में चालू फसल सीजन के दौरान देश में करीब 61 लाख टन मूंगफली का उत्पादन होने की संभावना है। पिछले साल देश में करीब 74 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था। वहीं उद्योग जगत का मानना है कि इस साल देश में करीब 45.2 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हो सकता है। औद्योगिक आकड़ों के मुताबिक पिछले साल करीब 52.7 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar..............R S Rana)
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