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21 अक्टूबर 2008
इंगट एक साल के निचले स्तर पर उतरा
इंगट की लगातार गिरती कीमतों ने आखिर इसे सोमवार को एक साल पहले के आंकड़े पर ला खड़ा कर दिया। सोमवार की शाम को मार्केट बंद होने तक इंगट 26200 प्रति टन के आंकड़े पर ठहर गया। पिछले पंद्रह दिनों में इंगट की कीमतें लगातार गिरती आ रही हैं। हालांकि पिछले छह महीने में इंगट ने 40 हजार का आंकड़ा भी छूआ है।अंतरराष्ट्रीय मार्केट की मंदी का असर देश की लोहा मंडी पर भी दिखना शुरू हो गया है। मार्केट में आई इस लगातार गिरावट को उद्यमी अपने अपने नजरिये से देख रहे हैं। कुछ उद्यमियों के मुताबिक इसका कारण सरकार की नीति है तो वहीं कुछ उद्यमी इसे बाजार की मंदी मानते हैं। मंडी गोबिंदगढ़ में इंगट के दामों में मार्केट खुलते ही इंगट 27300 पर खुला। जो शाम तक 26200 तक पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट के जानकार गुरप्रीत कैरों के मुताबिक मार्केट आर्डर 60 फीसदी तक घट चुके हैं। स्क्रैप के दाम 630 डालर प्रतिटन से गिरकर 240 डालर प्रतिटन तक पहुंच चुके हैं। स्क्रैप की गिरती कीमतों के चलते ही इंगट लगातार लुढक रहा है। मंडी गोबिंदगढ़ के रोलिंग मिल उद्यमी दिनेश गुप्ता के मुताबिक पिछले समय में इंगट की कीमतों को कम करवाने में सरकार की खुद की दिलचस्पी नहीं थी। अब सरकार महंगाई कम करवाना चाहती है इसलिए ही ऐसा हो रहा है। कलकत्ता रोलिंग मिल के मालिक जगमेल सिंह के मुताबिक इंगट की कीमतों के गिरने का मुख्य कारण इसकी लगातार कम होती मांग है। जब मांग ही नहीं होगी तो कीमतें बढ़ने का कोई कारण नहीं है। यही कारण है कि एक साल बाद इंगट अपने पुराने आंकड़े पर लौटा है।उत्पादन कटौती के बाद भी चीन में नहीं थमी मंदीबीजिंग। चीन में इस्पात की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में कंपनियों द्वारा उत्पादन में कटौती के बावजूद यहां इस्पात के भावों में गिरावट का रुख बना हुआ है। उद्योग जगत का मानना है कि मांग में आई कमी की वजह से इस्पात की कीमतों में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है। मांग में आ रही कमी की वजह से चीन से सबसे बड़ी इस्पात कंपनी बोयोशान आयरन एंड स्टील दिसंबर में अपने उत्पादों के दाम में कटौती की तैयारी कर रही है। चालू साल में कंपनी अब तक दो बार कीमतों में कटौती कर चुकी है। ऐसे में देश की दुसरी कंपनियां भी स्टील के दामों में कटौती कर रही हैं। जानकारों के मुताबिक कंपनी हॉट रोल्ड कॉयल्स जैसे उत्पाद के दाम में करीब एक हजार युआन प्रति टन की कमी कर सकती हैं। ऐसे में इस्पात के भाव इस साल अगस्त के उच्च स्तर से करीब 30 फीसदी कम हो जाएंगे। कोल्ड रोल्ड स्टील के दाम में भी करीब 900 युआन प्रति टन की कटौती होने से यह अगस्त के उच्च स्तर से करीब 30 फीसदी कम हो सकता है।उधर चीन के हाजिर बाजारों में मांग कम होने की वजह से इस्पात के दामों में करीब 40 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। इस साल जून में भाव अब तक रिकार्ड स्तर पर थे। कारोबारियों के मुताबिक मंदी के माहौल में इस्पात के कई उत्पादों के दाम उत्पादन लागत से भी नीचे आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि मुनाफा नहीं मिलने की वजह से शांडोग आयरन, हेबेई आयरन, शाउंगैंग और ऐनेंग आयरन कंपनी ने अक्टूबर से उत्पादन में करीब 20 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया है। चीन में करीब 16 फीसदी स्टील का उत्पादन ये चारों कंपनियां करती हैं। जानकारों का मानना है कि बाजार में धन तंगी की वजह से उत्पादन में लगातार गिरावट हो रही है। (Business Bhaskar)
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