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26 अक्टूबर 2008
निर्यात मांग घटने से ग्वार के भाव में जबर्दस्त गिरावट
निर्यात में गतिरोध और आवक के दबाव से राजस्थान की मंडियों में ग्वार और ग्वार गम के भाव पांच वर्ष के न्यूनतम स्तर पर आ गए हैं। पिछले एक सप्ताह के दौरान ग्वार और ग्वार गम के भावों में 10 से 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वायदा में भी नवंबर व जनवरी ग्वार गम के भाव भी दस फीसदी से ज्यादा उतर गए हैं। किसानों का कहना है कि सप्ताह भर में भाव नहीं सुधरे तो वो मंडियों में माल लाना बंद कर देंगे। राजस्थान की मंडियों में ग्वार की आवक बढ़कर 80000 बोरी के पार हो गई।आवक के दबाव और मांग बेहद कमजोर होने से शुक्रवार को जयपुर मंडी में ग्वार मिल डिलीवरी के भाव 1540 से 1590 रुपए और ग्वार गम 3825 रुपए क्विंटल रह गए। पिछले सप्ताह शुक्रवार को ग्वार 1700 से 1740 और ग्वार गम 4200 रुपए क्विंटल थी। इस तरह ग्वार व ग्वार गम के भावों में 9-10 फीसदी की गिरावट आ गई है। जोधपुर मंडी में ग्वार मिल डिलीवरी एक सप्ताह में 10 फीसदी घटकर 1560 से 1580 और ग्वार गम 11 फीसदी घटकर 3750 से 3800 रुपए क्विंटल रह गया। एनसीडीईएक्स में नवंबर वायदा ग्वार सप्ताह भर में 11 फीसदी से ज्यादा घटकर 1489 और ग्वार गम 10 फीसदी से ज्यादा टूटकर 3733 रुपए क्विंटल रह गया। एक दिन में ही वायदा भावों में करीब चार फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जोधपुर के कारोबारी जयराज मेहता ने बताया कि रुपये के मुकाबले में डॉलर में रिकॉर्ड तेजी से आयातक डिस्काउंट मांग रहे हैं लेकिन निर्यातक डिस्काउंट देने को तैयार नहीं हैं। इससे ग्वार गम और ग्वार पाउडर का निर्यात लगभग ठप हो गया है। इस कारण ग्वार गम फैक्ट्रियों द्वारा माल लेना कम कर देने से हाजिर और वायदा दोनों में ही ग्वार और ग्वार गम के भाव उतर गए। चालू कैलेंडर वर्ष के पहिले नौ महीनों के दौरान देश से 2.37 लाख टन ग्वार गम का निर्यात किया गया है,जो कि पिछले वर्ष की समानावधि के मुकाबले करीब चालीस हजार टन ज्यादा है।जयपुर के कारोबारी रामावतार खंडेलवाल ने बताया कि दीपावली नजदीक होने से ग्वार की आवक बढ़कर 80000 बोरी के पार हो गई है। हालांकि ज्यादातर माल हल्का है। उधर, ग्वार गम फैक्ट्रियों की लिवाली घट गई। इससे ग्वार के भावों में जोरदार गिरावट आ गई है। वर्ष 2002-03 के बाद ग्वार और ग्वार गम भावों का यह स्तर बना है। उनका कहना है कि इस साल उत्पादन पिछले साल से ज्यादा नहीं होगा लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंदी ने ग्वार को भी मंदी के दल-दल में धकेल दिया है। उधर किसानों का कहना है कि अगर सप्ताहभर में भावों में सुधार नहीं आया तो वो माल लाना बंद कर देंगे। मौजूदा भावों पर ग्वार बेचना घाटे का सौदा है। श्रीगंगानगर के कारोबारी मनोज कुमार जाजू ने बताया कि एक महीने पहले गंगानगर मंडी में लूज में बढिया ग्वार के भाव 1580 रुपए क्विंटल थे जो अब घटकर 1415 रुपए क्विंटल के दायर में हैं, जबकि हल्के माल के भाव 1250 रुपए क्विंटल तक उतर गए है। (Business Bhaskar)
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