कुल पेज दृश्य

06 जनवरी 2019

बासमती चावल के निर्यात में 5.25 फीसदी की आई गिरावट, आगे निर्यात सौदों में आयेगा सुधार

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 5.25 फीसदी की गिरावट आकर 24.90 लाख टन का ही निर्यात हुआ है। डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती से बासमती चावल के निर्यात सौदे कम हो रहे है तथा माना जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 40.51 लाख टन से कम रहने की आशंका है।
मूल्य के हिसाब से बासमती चावल का निर्यात बढ़ा
कृषि और प्रसंस्कृत खाद उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों के दौरान बासमती चावल का निर्यात घटकर 24.90 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 26.28 लाख टन का निर्यात हुआ था। मूल्य के हिसाब से जरुर चालू वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में निर्यात में बढ़कर 18,440 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में 16,871 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था।
गैर-बासमती चावल के निर्यात में भी आई कमी
गैर-बासमती चावल के निर्यात में चालू वित्त वर्ष 2018-19 के अप्रैल से नवंबर के दौरान 13.96 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 49.21 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 57.20 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष में गैर-बासमती चावल का निर्यात 13,722 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में इसका निर्यात 15,125 करोड़ रुपये का हुआ था।
बासमती चावल के निर्यात में कमी आने की आशंका
निर्यातक फर्म केआरबीएल लिमिटेड के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार मित्तल ने दिसंबर में डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 6 फीसदी मजबूत हुआ है जिस कारण इस समय निर्यात सौदों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि आगे बासमती चावल के निर्यात सौदों में तेजी तो आयेगी, लेकिन कुल निर्यात पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के 40.51 लाख टन से 2 से 3 लाख टन कम होने की आशंका है। विश्व बाजार में भारतीय बासमती चावल पूसा 1,121 सेला का भाव 1,100 से 1,125 डॉलर प्रति टन है। उन्होंने कहा कि चालू सीजन में बासमती धान का उत्पादन भी 12 से 15 फीसदी कम होने का अनुमान है। अत: आगे जैसे ही निर्यात सौदों में तेजी आयेगी, धान और चावल के भाव बढ़ने की संभावना है। 
धान की दैनिक आवक घटी
हरियाणा की कैथल मंडी के धान कारोबारी रामनिवास खुरानिया ने बताया कि उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक कम हो गई है। मंडी में पूसा 1,121 बासमती धान के भाव शुक्रवार को 3,500 से 3,525 रुपये और सेला चावल के भाव 6,700 से 6,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे। ट्रेडिशनल बासमती धान के भाव 5,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे।.............  आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: