कुल पेज दृश्य

04 नवंबर 2018

रबी फसलों की कुल बुवाई में आई कमी, गेहूं और सरसों की बुवाई आगे

आर एस राणा
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने का असर रबी फसलों की बुवाई पर भी देखा जा रहा है। चालू रबी में देशभर में अभी तक फसलों की बुवाई 84.91 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 93.01 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
चना की बुवाई पिछड़ी
गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा में मानसूनी सीजन में बारिश से कम हुई थी जिस कारण इन राज्यों के कई जिलों में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। रबी में दालों की बुवाई अभी तक 32.07 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 35.75 लाख हैक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुवाई 22 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 25.94 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
मसूर और मटर की बुवाई भी कम
मसूर और मटर की बुवाई चालू रबी में घटकर क्रमश: 3.09 और 2.44 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई क्रमश: 4.17 और 2.66 हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
ज्वार की बुवाई में भारी कमी
मोटे अनाजों की बुवाई चालू रबी में सबसे ज्यादा प्रभावित होकर कुल बुवाई अभी तक केवल 9.61 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 16.52 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुवाई 7.48 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 14.38 लाख हैक्टेयर में इसकी बुवाई हो चुकी थी। मक्का की बुवाई चालू रबी में 1.43 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
तिलहन में सरसों की बुवाई आगे
तिलहन की बुवाई चालू रबी में 29.89 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक तिलहन की बुवाई 29.34 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई बढ़कर 27.84 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 26.57 लाख हैक्टेयर में ही इसकी बुवाई हो पाई थी। मूंगफली की बुवाई चालू रबी में अभी तक केवल 96 हजार हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.16 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
गेहूं की बुवाई बढ़ी
रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बुवाई बढ़कर चालू रबी में 9.13 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 5.76 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।.............  आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: