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11 अप्रैल 2017

आयातित तेल सस्ते होने से खाद्य तेलों में मंदा

आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित खाद्य तेलों पॉम और आरबीडी पामोलीन का भाव कम होने के कारण घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में मंदा बना हुआ है। वैसे भी खरीफ के साथ ही रबी में भी तिलहन की पैदावार ज्यादा होने से खाद्य तेलों की उपलब्धता ज्यादा है। कांडला बंदरगाह पर पॉम तेल का भाव सोमवार को 540 रुपये, आरबीडी पामोलीन का भाव 560 से 565 रुपये, इंदौर में सोया रिफाइंड का भाव 635 से 640 रुपये प्रति 10 किलो रहा।
घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता ज्यादा होने के कारण दिसंबर-जनवरी में आयातित खाद्य तेलों में क्रमशः 15 और 19 फीसदी की कमी आई थी, वहीं फरवरी में आयात 17 फीसदी ज्यादा हुआ है। फरवरी महीने में खाद्य और अखाद्य तेलों का आयात बढ़कर 1,270,443 टन का है जिसमें 1,234,255 टन खाद्य तेल और 36,188 टन अखाद्य तेल हैं। पिछले साल फरवरी महीने में केवल 1,082,009 टन खाद्य और अखाद्य तेलों का आयात हुआ था।
उधर मलेशिया में मार्च महीने में पाम तेल का उत्पादन बढ़कर 14,64,021 टन का हुआ है जबकि फरवरी में इसका उत्पादन 12,58,538 टन का हुआ था। मार्च 2016 में मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन 12,19,449 टन का हुआ था।
उत्पादन में हुई बढ़ोतरी के कारण मार्च में पाम तेल का स्टॉक बढ़कर मलेशिया में 7,85,389 टन का हो गया, जबकि आरबीडी पामोलीन का स्टॉक 7,68,717 टन का है। अतः कुल स्टॉक मलेशिया में बढ़कर 15,54,106 टन का हो गया, जोकि फरवरी के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक है। फरवरी में मलेशिया में पाम तेल और आरबीडी पामोलीन का कुल स्टॉक 14,59,056 टन का था।
उत्पादन के साथ ही स्टॉक में हुई बढ़ोतरी के कारण मार्च में मलेशिया से पाम तेल के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। मार्च में मलेशिया से कुल 12,65,771 टन पाम तेल का निर्यात हुआ है जबकि फरवरी में इसका निर्यात 11,07,018 टन का ही हुआ था। मलेशिया के साथ ही इंडोनेशिया में पॉम का उत्पादन मार्च-अप्रैल से बढ़ जाता है, इसीलिए आयातित तेल के भाव सस्ते होने से घरेलू बाजार में भी इनकी कीमतों पर दबाव रहेगा।.....आर एस राणा

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