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04 मार्च 2017

गेहूं के आयात पर 25 फीसदी शुल्क लगाने का प्रस्ताव

आर एस राणा
नई दिल्ली। गेहूं की घरेलू फसल की आवक को देखते हुए खाद्य मंत्रालय ने आयात पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाने की सिफारिश की है। सूत्रों के अनुसान चालू सप्ताह के आखिर तक इस पर फैसला होने की संभावना है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने आयात को रोकने के लिए 25 फीसदी आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है,  उम्मीद की जा रही है कि 8 मार्च बाद ही आयात शुल्क लगाने का फैसला किया जायेगा। दिसंबर 2016 में केंद्र सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क को 10 फीसदी से घटाकर शुन्य कर दिया था।
जानकारों के अनुसार गेहूं पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगने के बाद आयात पड़ते नहीं लगेंगे तथा आयात बंद हो जायेगा। इस समय आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं का भाव तुतीकोरन बंदरगाह पर 1,665 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं का भाव 1,610 से 1,620 रुपये प्रति क्विंटल है। चालू सीजन में अभी तक करीब 41 से 42 लाख टन गेहूं का आयात हो चुका है तथा आयातकों ने करीब एक से डेढ़ लाख टन के और आयात सौदे किए हुए हैं जोकि 10 से 15 मार्च तक भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच जायेगा।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में गेहूं का उत्पादन 966 लाख टन होने का अनुमान है तथा भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए 330 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है। पहली अप्रैल से चालू रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। मध्य प्रदेश और गुजरात की मंडियों में नए गेहूं की आवक बढ़ रही है तथा उत्पादक मंडियों में 1,550 से 1,600 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक का दबाव बनने पर भाव घटकर 1,450 से 1,500 बनने का अनुमान है।.............आर एस राणा

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