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27 अगस्त 2016

दलहन आयात में आयेगी कमी, भाव में और गिरावट की उम्मीद

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में दलहन की बुवाई में हुई भारी बढ़ोतरी को देखते हुए आयातकों ने आयात सौदे कम कर दिए हैं, तथा माना जा रहा है कि आगामी दिनों में खासकर के उड़द, मूंग और अरहर के आयात में और कमी आयेगी। चालू महीने के तीसरे सप्ताह में दलहन आयात घटकर 53.5 हजार टन का ही हुआ है।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई में भारी बढ़ोरती हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में दलहन की बुवाई बढ़कर 139.42 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 103.82 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। सामान्यतः खरीफ सीजन में देष में केवल 108.69 लाख हैक्टेयर में दलहन की बुवाई होती है।
खरीफ की प्रमुख दलहन अरहर की बुवाई बढ़कर 51.20 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 34.85 लाख हैक्टेयर में ही इसकी बुवाई हुई थी। अरहर की बुवाई खरीफ में सामान्यत 40.05 लाख हैक्टेयर में होती है। इसी तरह से उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 33.67 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 26.48 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। सामान्यतः खरीफ में उड़द की बुवाई 24.42 लाख हैक्टेयर में होती है। मूंग की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 31.96 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 23.40 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। सामान्यतः खरीफ में मूंग की बुवाई 23.60 लाख हैक्टेयर में होती है।
कर्नाटका के साथ ही महाराष्ट्र में नई उड़द की आवक षुरु हो गई है तथा आगामी दिनों में आवक बढ़ेगी। आवक बढ़ने पर उत्पादक मंडियों में इसके भाव घटकर 5,000 रुपये प्रति क्विंटल तक आने का अनुमान है। मूंग की आवक भी राजस्थान की मंडियों मंे अगले महीने बढ़ जायेगी जबकि कर्नाटका की गुलबर्गा मंडी में नई आवक चल रही है। मंडियो में भाव घटकर 4,200 से 4,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं आवक बढ़ने पर मौजूदा कीमतों में और भी 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान है। अरहर की नई फसल की आवक दिसंबर-जनवरी में बनेगी, तथा इसकी कीमतों में भी लगातार गिरावट बनी हुई है।.......आर एस राणा

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