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02 मार्च 2016

दलहन में ग्राहकी कमजोर, चीनी में बढ़ सकते हैं दाम

दलहन में ग्राहकी कमजोर, चीनी में बढ़ सकते हैं दाम
सरसों में गिरावट के आसार, सोयाबीन स्थिर, बिनौला खल में तेजी
आर एस राणा
नई दिल्ली। दिल्ली में चना के भाव 4,575 से 4,625 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि दैनिक आवक 25 मोटरों की हो रही है। दालों के ग्राहकी कमजोर है जबकि आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ेगी इसलिए चना की कीमतों में गिरावट आयेगी।
अरहर की मांग फुटकर बाजार में 60 फीसदी कम हो गई है जबकि आयातकों के पास उंचे भाव के माल है इसके बावजूद भी आगामी दिनों में तेजी की संभावना नहीं है।
उड़द की आंध्रप्रदेष में विजयवाड़ा के आसपास पांच-छह जिलों में फसल होती है जोकि अच्छी है, उड़ीसा में आवक चल रही है इसलिए अभी तेजी के आसार नहीं है।
मूंग की आवक भी एक महीने बाद ष्षुरु हो जायेगी, इसलिए इसकी कीमतों में भी तेजी नहीं है।
सोयाबीन तेल में विदेषी बाजार में मंदा है, आयात ज्यादा होने से घरेलू बाजार में इसके भाव कमजोर है उत्पादक मंडियों में सोयाबीन की दैनिक आवक कम हो रही है जबकि सोया खली में घरेलू मांग बढ़ने का अनुमान है इसलिए भाव में थोड़ा सुधार आ सकता है।
सरसों के भाव में और गिरावट आई है, आगे दैनिक आवक बढ़ेगी जिससे भाव में और मंदा आयेगा, इसलिए अभी खरीद से परहेज करे।
उत्तर भारत की मिलें चीनी के भाव नहीं दे रही है, भाव तेज कर सकती है, दक्षिण भारत के राज्यों में तेजी के बाद बिहार में भी कुछ तेजी देखी गई, ऐसे में उत्तर प्रदेष के मिलर्स भी भाव बढ़ाना चाहते हैं इसीलिए रिसेलर्स भी कम माल की बिक्री कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने से सरसों खल की कमी बताई जा रही है इसलिए भाव बढ़ा सकते हैं, कपास में घरेलू मांग तो अच्छी है लेकिन निर्यात मांग कमजोर है इसलिए जब तक निर्यात मांग नहीं बढ़ती लंबी तेजी नहीं है।
मक्का के भाव स्थिर बने हुए हैं, नई फसल को देखते हुए मंदे के ही आसार है
गेहूं के साथ ही जौ की कीमतों में भी मंदा आयेगा
ग्वार के भाव में और गिरावट आई, अभी मांग नहीं निकल रही है इसलिए अभी तेजी की कोई संभावना नहीं है।
हल्दी के भाव उत्पादक मंडियों में स्थिर है वायदे में सुधार के कारण कल इसके भाव सुधरे थे लेकिन आवक ज्यादा होने से तेजी के अभी आसार नहीं है
जीरा में विदेषी मांग हल्की बढ़ सकती है लेकिन आवक ज्यादा है इसलिए भाव में तेजी नहीं है।
लालमिर्च में स्टॉकिस्ट उंचे भाव में खरीददारी से पिछे हटा है, अभी थोड़ी और गिरावट आ सकती है जैसे ही 400 से 500 रुपये घटेंगे, उसके बाद फिर से तेजी आयेगी, क्योंकि कुल पैदावार पिछले साल की तुलना में कम है।.......आर एस राणा

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