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23 दिसंबर 2015

जौ की पैदावार में कमी आने की आषंका


आर एस राणा
नई दिल्ली। बुवाई में आई कमी से चालू रबी में जौ की पैदावार में कमी आने की आषंका है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में जौ की बुवाई अभी तक 6.26 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 6.96 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में जौ की बुवाई 2.86 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.60 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से उत्तर प्रदेष में जौ की बुवाई 1.34 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 1.53 लाख हैक्टेयर में जौ की बुवाई हुई थी। बुवाई में तो कमी आई ही है, साथ ही अभी तक उत्पादक राज्यों में सर्दियों की बारिष भी नहीं हुई है जिससे प्रति हैक्टेयर उत्पादकता भी कम रहने का अनुमान है।
उत्पादक मंडियों में इस समय जौ की दैनिक आवक सीमित मात्रा में हो रही है जबकि पषुआहार कंपनियों की मांग अच्छी बनी हुई है, साथ ही निर्यात मांग भी अच्छी बनी हुई है। जनवरी से माल्ट कंपनियों की मांग भी निकली षुरु हो जायेगी, इसलिए आगामी दिनों में जौ की कीमतों में तेजी ही आने का अनुमान है। राजस्थान की जोधपुर मंडी में जौ के भाव 1,490 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। राज्य की कोटा मंडी में जौ के भाव 1,420 से 1,450 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
कृषि मंत्रालय ने फसल सीजन 2015-16 में 17.8 लाख टन जौ की पैदावार का लक्ष्य तय किया है जबकि फसल सीजन 2014-15 में पैदावार 16 लाख टन की हुई थी।........आर एस राणा

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