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01 दिसंबर 2015

ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 64 फीसदी से ज्यादा की गिरावट


मिलों की कमजोर मांग से अभी कीमतों में तेजी की संभावना नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर ही बनी हुई है। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग मूल्य के हिसाब से 64.71 फीसदी कम रही है। देषभर की आधे से ज्यादा ग्वार गम कंपनियां बंद है जिसकी वजह से अभी भाव में तेजी आने की संभावना कम है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात घटकर 2,055.49 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 5,824.43 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब से चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात केवल 1.62 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 3.39 लाख टन का हुआ था।
कारोबारियों के अनुसार ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर होने के कारण देषभर की आधे से ज्यादा कंपनियां बंद है जिसकी वजह से स्टॉकिस्ट भी ज्यादा स्टॉक नहीं कर रहे हैं। इस समय उत्पादक राज्यों की मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक 85 से 90 लाख क्विंटल की हो रही है। माना जा रहा है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय मांग नहीं बढ़ेगी, मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। हालांकि भाव काफी नीचे चल रहे हैं इसलिए ज्यादा मंदे की उम्मीद भी नहीं है।
मंगलवार को राजस्थान की जोधपुर मंडी में ग्वार के भाव 3,275 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा ग्वार गम के भाव 6,700 रुपये प्रति क्विंटल रहे। राज्य की गंगानगर मंडी में ग्वार के भाव 3,200 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 90 हजार क्विंटल की हुई।..........आर एस राणा

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