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02 नवंबर 2015

धनिया की कीमतों में गिरावट का रुख जारी


सेबी ने एनसीडीईएक्स से धनिया की कीमतों में भारी गिरावट पर जवाब मांगा
आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू मसाला कंपनियों के साथ ही निर्यातकों की मांग कमजोर होने धनिया की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। वायदा कारोबार में पिछले पंद्रह दिनों में धनिया की कीमतों में करीब 20 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। कीमतों में लगातार गिरावट पर सेबी ने एनसीडीईएक्स से जवाब मांगा है। वैसे भी एनसीडीईएक्स पर धनिया के भाव उत्पादक मंडियों की तुलना में नीचे बने हुए है।
गुजरात की राजकोट मंडी में धनिया के भाव 9,000 से 10,750 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 12 टन की हुई। राज्य की भानवेद मंडी में धनिया के भाव 7,500 से 9,175 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 0.9 टन की हुई। राजस्थान की कोटा मंडी में धनिया की कीमतंे 10,732.4 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
धनिया की बुवाई का कार्य षुरु हो चुका है तथा हाल ही में कीमतों में आई भारी गिरावट से धनिया की बुवाई में कमी आने की आषंका है। जानकारों के अनुसार वायदा में स्टॉकिस्ट सक्रिय है जिसकी वजह से इसकी कीमतों में पिछले पंद्रह दिनों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
धनिया की पैदावार तो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हुई थी लेकिन फसल की कटाई के समय बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से फसल की क्वालिटी प्रभावित हुई थी जिसकी वजह से अच्छी गुणवत्ता के धनिया की उपलब्धता मांग की तुलना में कम है। अतः उत्पादक मंडियों में उच्च गुणवत्ता के धनिया की दैनिक आवक कम हो रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014-15 में धनिया की बुवाई 4.47 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 3.14 लाख टन होने का अनुमान है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय धनिया के निर्यात सौदे इस समय 1.76 डॉलर प्रति किलो की दर से हो रहे हैं जबकि पिछले महीने इसके भाव 1.98 डॉलर प्रति किलो थे। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान धनिया का निर्यात बढ़कर 16,400 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2014-15 की समान अवधि के दौरान 16,028 टन का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2015-16 में निर्यात का लक्ष्य 45,000 टन का रखा है।........आर एस राणा

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