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07 सितंबर 2015

प्रतिकूल मौसम से उड़द की पैदावार घटने की आषंका


आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू मंडियों में उड़द की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है। हालांकि चालू खरीफ में उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटका और आंध्रप्रदेष में अगस्त महीने में हुई सामान्य से कम बारिष के कारण नई फसल की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कमी आने की आषंका है। इसीलिए मिलों की खरीद उड़द में लगातार बनी हुई है। आयातित उड़द के भाव भी लगातार तेज बने हुए हैं।
उत्तर प्रदेष की कानपुर मंडी में उड़द के भाव 8,700 रुपये और मुंबई में म्यंमार से आयातित एफएक्यू उड़द के भाव 8,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। लातुर मंडी में उड़द के भाव 9,000 से 9,500 रुपये और मध्य प्रदेष की इंदौर मंडी में 8,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में उड़द की बुवाई बढ़कर 26.34 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 23.24 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में उड़द की पैदावार 18.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2013-14 में इसकी पैदावार 17 लाख टन की हुई थी।.....आर एस राणा

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