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10 जुलाई 2015

मूंगफली दाने के निर्यात में कमी के बावजूद भी कीमतों में तेजी का रुख


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में मूंगफली दाने का निर्यात घटकर 89,023 टन का ही हुआ है, इसके बावजूद भी उत्पादक मंडियों में भाव तेज बने हुए हैं। षुक्रवार को राजकोट मंडी में मूंगफली के भाव बढ़कर 4,800 से 5,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मूंगफली के थोक कारोबारी समीर भाई षाह ने बताया कि उत्पादक मंडियों में मूंगफली की दैनिक आवक काफी कम हो गई है जबकि उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में चालू महीने में अच्छी बारिष नहीं हुई है। चालू महीने में होने वाली मानसूनी बारिष खरीफ में मूंगफली की पैदावार तय करेगी। वैसे भी पिछले साल खरीफ में सीजन में मूंगफली की पैदावार में भारी गिरावट आई थी। यहीं कारण है कि इस समय मूंगफली में मिलों की मांग अच्छी बनी हुई है जिससे भाव तेज चल रहे है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में मूंगफली दाने का निर्यात घटकर 89,023 टन का ही हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2014-15 के पहले दो महीनों में 1,03,827 टन का निर्यात हुआ था। मूंगफली व्यापारी दया लाल ने बताया कि पिछले साल खरीफ के साथ रबी सीजन में भी मूंगफली की पैदावार में कमी आई थी जिसकी वजह से इस समय उत्पादक मंडियों में आवक कम है जबकि इस समय मूंगफली तेल में मांग अच्छी बनी हुई। मूंगफली तेल के भाव बढ़कर राजकोट में 1,100 रुपये प्रति 10 किलो हो गए।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में मूंगफली की पैदावार घटकर 66.48 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 97.14 लाख टन की हुई थी। खरीफ 2014-15 में मूंगफली की पैदावार 50.57 लाख टन की हुई थी जबकि इसके पिछले साल खरीफ में 80.58 लाख टन की पैदावार हुई थी। रबी में भी पैदावार 15.91 लाख टन की ही हुई थी जबकि पिछले साल रबी सीजन में 16.56 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था।......आर एस राणा

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