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22 जून 2015

उत्पादक राज्यों में बारिष से सोयाबीन की कीमतों में और गिरावट की संभावना


सोया खल में निर्यात मांग में भारी कमी, तेल में उठाव सीमित मात्रा में
आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेष, महाराष्ट्र और रास्थान में हुई बारिष से सोयाबीन की बुवाई षुरु हो गई है, साथ ही सोया खली में निर्यात मांग कमजोर है जबकि उपलब्धता ज्यादा होने से सोया रिफाइंड तेल में मांग भी सीमित मात्रा में बनी हुई। ऐसे में घरेलू बाजार में सोयाबीन की कीमतों में और भी गिरावट आने की संभावना है।
सोयाबीन कारोबारी नरेष गोयनका ने बताया कि मध्य प्रदेष, महाराष्ट्र और राजस्थान में चालू महीने में हुई अच्छी बारिष से सोयाबीन की बुवाई षुरु हो गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक की बारिष को देखते हुए बुवाई बढ़ने का अनुमान है। यही कारण है कि स्टॉकिस्टों ने सोयाबीन की बिकवाली बढ़ा दी है। महाराष्ट्र की मंडियों में सोमवार को सोयाबीन के भाव घटकर 3,450 रुपये तथा प्लांट डिलीवरी भाव 3,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। उन्होंने बताया कि कमजोर मांग को देखते हुए मौजूदा कीमतों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की आषंका है।
सोयाबीन व्यापारी हेंमत जैन ने बताया कि उत्पादक राज्यों में सोयाबीन का करीब 35 से 40 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ है जबकि इस समय सोया खली में निर्यात मांग में भारी कमी बनी हुई है। मौजूदा मांग को देखते हुए नई फसल तक केवल 15 से 17 लाख टन सोयाबीन की ही और क्रेसिंग होने का अनुमान है। ऐसे में नई फसल के समय उत्पादक राज्यों में सोयाबीन का अच्छा स्टॉक बचने का अनुमान है। मांग कम होने के कारण ही सोयाबीन के क्रेसिंग प्लांट अपनी कुल क्षमता का केवल 25 से 30 फीसदी ही उपयोग कर पा रहे हैं। सोया खली के भाव उत्पादक राज्यों में 32,500 से 33,000 रुपये प्रति टन चल रहे हैं जबकि सोया रिफाइंड तेल का भाव 598 से 600 रुपये प्रति 10 किलो है।
उद्योग के अनुमान के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में देष से 32,063 टन सोया खली का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में सोया खली का निर्यात 98,109 टन का हुआ था। भारतीय बंदरगाह पर सोया खली के भाव मई में बढ़कर 592 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि अप्रैल महीने में इसके भाव 515 डॉलर प्रति टन थे। विष्व बाजार में सोया खली के दाम नीचे बने हुए है जिसका असर भारत से सोया खली के निर्यात पर पड़ रहा है। मुर्गी दाना कंपनियों की मांग भी सोया खली में कमजोर बनी हुई है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में सोयाबीन की पैदावार घटकर 107.05 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 118.61 लाख टन की हुई थी।.....आर एस राणा

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