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20 मई 2015

चावल निर्यात में लगातार तीसरे साल भारत नंबर वन


आर एस राणा
नई दिल्ली। दूनिया में चावल निर्यात के मामले में देष लगातार तीसरे साल नबंर वन रहा है। वित वर्ष 2014-15 में भारत ने 119.2 लाख टन चावल का निर्यात किया है। मूल्य के हिसाब से इस दौरान भारत ने 47,834.71 करोड़ रुपये का चावल निर्यात किया है।
एपिडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में ईरान द्वारा बासमती चावल का आयात परमिट के आधार पर करने के कारण कुछ गिरावट जरूर आई लेकिन कुल चावल के मामले में हम लगातार तीसरे साल दूनिया में नंबर वन रहे हैं। उन्होंने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में हमने कुल 119.2 लाख टन चावल का निर्यात किया है इसमें 82.2 लाख टन गैर-बासमती चावल है और 37 लाख टन बासमती चावल है। उन्होंने बताया कि ईरान को छोड़ अन्य खाड़ी देषों की आयात मांग चावल में इस दौरान बढ़ी है, साथ ही यूरोप, यूएस, दक्षिण पूर्व एषियाई देष, बंगलादेष और अफ्रीकी देषों की आयात मांग अच्छी रही।
वणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में देष से मूल्य के हिसाब से 47,834.71 करोड़ रुपये का चावल का निर्यात हुआ है। इसमें बासमती चावल की हिस्सेदारी 27,598.71 करोड़ रुपये की है जबकि इस दौरान 20,336 करोड़ रुपये का गैर-बासमती चावल का निर्यात किया गया है। वित वर्ष 2013-14 में देष से 47,087.03 करोड रुपये मूल्य का चावल का निर्यात हुआ था। इस दौरान बासमती चावल का निर्यात मूल्य के आधार पर 29,291.82 करोड़ रुपये और गैर बासमती चावल का निर्यात 17,795.21 करोड़ रुपये का था।
वित वर्ष 2013-14 में देष से 108.90 लाख टन चावल का निर्यात हुआ था इसमें 71.4 लाख टन गैर-बासमती और 37.5 लाख टन बासमती चावल था। भारत ने गैर-बासमती चावल के निर्यात पर से सितंबर 2011 में प्रतिबंध हटाया था। इससे पहले केंद्र सरकार घरेलू स्तर पर कीमतों में आई तेजी को देखते हुए 2007 में गैर-बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दी थी।
मालूम हो कि वर्ष 2010 तक थाइलैंड विष्व में चावल के निर्यात में पहले नबंर में मौजूद था तथा थाइलैंड सालाना 100 लाख टन के करीब चावल का निर्यात करता था। वर्ष 2014 में थाइलैंड ने 109.6 लाख टन चावल का निर्यात किया है जबकि वियतनाम ने 64 लाख टन चावल का निर्यात किया है।.....आर एस राणा

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