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28 मई 2015

सीसीआई कीमतें घटाकर कपास की बिक्री नहीं करेगी



सप्ताहभर में केवल 50 हजार गांठ कपास की ही हुई है बिक्री

आर एस राणा

नई दिल्ली। कॉटन कारर्पोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) द्वारा बेची जा रही ई-निलामी में कपास की बिक्री में कमी आई है लेकिन सीसीआई ने कीमतें घटाकर कपास की बिक्री नहीं करेगी। सीसीआई के पास इस समय करीब 77 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास का स्टॉक बचा हुआ है।

सीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से कपास की बिक्री में भारी कमी आई है। सप्ताहभर में निगम केवल 50 हजार गांठ की ही बिक्री कर पाया है लेकिन इसके बावजूद भी हम कपास की बिक्री मार्किट से नीचे भाव पर नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि अगर भाव कम रहते हैं तो हम स्टॉक को अगले साल के लिए रखेंगे। अहमदाबाद में षंकर-6 किस्म की कपास का भाव 35,000 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) चल रहा है। उन्होंने बताया कि घरेलू बाजार में कपास की कीमतों में ज्यादा तेजी-मंदी की संभावना नहीं है। कपास के दाम उत्पादक मंडियों में 800 से 1,000 रुपये प्रति गांठ की तेजी-मंदी के आधार पर रहने का अनुमान है।

उन्होंने बताया कि निगम ने चालू सीजन में न्यूनमत समर्थन मूल्य पर 89 लाख गांठ कपास की खरीद की है जिसमें से अभी तक लगभग 12 लाख गांठ की बिक्री कर चुकी है। विष्व बाजार में कीमतों में आए सुधार से कपास के निर्यात में पहले की तुलना में सुधार आया है लेकिन निगम कपास का निर्यात भी अभी नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में अभी तक करीब 45 लाख गांठ कपास का निर्यात ही हुआ है जोकि पिछले साल की तुलना में काफी कम है। विष्व बाजार में कपास का दाम सुधरकर 71.25 सेंट प्रति पाउंड हो गया है।

कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2014-15 में कपास की पैदावार 353.28 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 359.02 लाख गांठ की हुई थी। कॉटन एडवाइजरी बोर्ड (सीएबी) के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में कपास की पैदावार 384.50 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 407.25 लाख गांठ की पैदावार हुई थी। सीएबी के अनुसार 30 अप्रैल तक उत्पादक मंडियों में 345.50 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी थी।.......आर एस राणा

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