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09 अप्रैल 2015

पैदावार ज्यादा होने से आलू की कीमतों में तेजी की संभावना कम


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में आलू की पैदावार बढ़कर 220 लाख टन होने का अनुमान है जबकि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से आलू की फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। कोल्ड स्टोर में आलू का भंडारण ज्यादा हुआ है तथा क्वालिटी हल्की होने के कारण स्टोर से निकासी जल्द शुरू हो जायेगी। ऐसे में आलू की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। आजादपुर मंडी में गुरूवार को आलू के भाव 300 से 600 रूपये प्रति क्विंटल रहे।
उत्तर प्रदेश आलू कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंघल ने बताया कि चालू सीजन में आलू की पैदावार बढ़कर 220 लाख टन की हुई है जबकि पिछले साल पैदावार 160 लाख टन की हुई थी। पैदावार ज्यादा होने से कोल्ड स्टोर में आलू का भंडारण पिछले साल से ज्यादा हुआ है जबकि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खुदी हुई फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। ऐसे में स्टोर में आलू का भंडारण हल्की क्वालिटी का भी हुआ है जिसकी समय से पहले ही शुरू होने की संभावना है। इसलिए आलू की कीमतों में तेजी की संभावना कम है।
आलू व्यापारी एम एस जैन ने बताया कि चालू सीजन में पैदावार ज्यादा होने से आलू के कोल्ड स्टोर भर चुके हैं जबकि 5 से 10 फीसदी आलू की अभी खुदाई होनी बाकि है। ऐसे में आगामी दिनों में आलू की आवक बराबर बनी रहेगी, जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना कम ही है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में आलू किसानों को भारी घाटा हुआ है। एक तो उनको अपनी फसल का वाजिब दाम नहीं मिला, दूसरा क्वालिटी प्रभावित होने से कोल्ड स्टोर में भंडारण के बजाए बिकवाली करनी पड़ी।
आलू के थोक कारोबारी उमेश गुप्ता ने बताया कि दिल्ली में आलू की दैनिक आवक 1,400 से 1,500 टन की हो रही है जबकि दैनिक मांग केवल 900 से 1,000 टन की ही आ रही है। ऐसे में दैनिक आधार पर 400 से 500 टन आलू की बिक्री नहीं हो पा रही है। मांग के मुकाबले आवक ज्यादा होने के कारण आलू के दाम भी नीचे बने हुए हैं। आजादपुर मंडी में गुरूवार को आलू के भाव 300 से 600 रूपये प्रति क्विंटल रहे।.......आर एस राणा

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