कुल पेज दृश्य

11 अप्रैल 2015

कपास की बिक्री के लिए वैश्विक निविदा जारी करेगा सीसीआई

भारत के कुल कपास उत्पादन का सबसे ज्यादा लगभग 25 फीसदी भंडार भारतीय कपास निगम के पास मौजूद है और अब उसी भंडार को बेचने के लिए निगम वैश्विक स्तर पर निविदा आमंत्रित करने जा रहा है। शुरुआत में वह बाजार का जायजा लेगा और इसके लिए इस महीने के अंत तक 5,000 से 10,000 गांठों (एक गांठ में 170 किलोग्राम) के लिए निविदाएं मांगी जाएंगी। निगम ने इस साल 91 लाख गांट खरीदी हैं, जो उसकी अब तक की सबसे ज्यादा सालाना खरीद है। इससे पहले उसने 2008-09 में 89 लाख गांठ खरीदी थीं।

पहली निविदा खरीदारों की दिलचस्पी जांचने के लिए जारी की जाएगी, जिसके लिए नियम-कायदे तय किए जा रहे हैं। निविदा सफल होती है तो निगम और अधिक गांठों के लिए नई निविदा जारी कर सकता है। उसका इस साल (अक्टूबर 2014 से सितंबर 2015 तक) 30,000 गांठ बेचने का लक्ष्य है। निगम के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बी के मिश्रा ने कहा, 'हमने बांग्लादेश के तमाम खरीदारों से बात की, जो भारतीय कपास खरीदने के इच्छुक थे। इसलिए हम अप्रैल के अंत तक एक वैश्विक निविदा जारी करने पर विचार कर रहे हैं।' निगम बांग्लादेश के कई खरीदारों और वियतनाम के दो खरीदारों के साथ संपर्क में है। चीन की तरफ से खरीद में सुस्ती के बावजूद देसी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। पिछले दो महीनों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों में लगभग 10 फीसदी की बढ़ोतरी आ चुकी है। आज हाजिर बाजार में बेंचमार्क शंकर 6 प्रजाति 9,420 रुपये प्रति क्विंटल पर बेची गई, जबकि 1 फरवरी में कीमत 8,548 रुपये प्रति क्विंटल थी। BS Hindi

कोई टिप्पणी नहीं: