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16 मार्च 2015

केस्टर तेल में निर्यात मांग बढ़ने से सीड में तेजी की उम्मीद


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में केस्टर सीड की पैदावार 2.2 फीसदी बढ़ने का अनुमान है तथा आगामी सप्ताह से उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक बढ़कर करीब 50,000 बोरी की हो जायेगी। अप्रैल-मई में केस्टर तेल में निर्यातकों की मांग तो बढ़ेगी ही, साथ ही घरेलू मिलों की मांग भी सीड में बढ़ने का अनुमान है। ऐसे में आगामी महीनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में 8 से 10 फीसदी की तेजी आने का अनुमान है।
थोक कारोबारियों ने बताया कि आगामी सप्ताह में उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक बढ़कर 50,000 बोरी की जायेगी लेकिन पाइप लाइन खाली है जिससे मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि विष्व बाजार में केस्टर ऑयल का दाम 1,225 डॉलर प्रति टन है जबकि अप्रैल में निर्यात मांग में तेजी आयेगी। ऐसे में घरेलू बाजार में केस्टर सीड और तेल की कीमतों में तेजी की संभावना है।
थोक कारोबारियों के अनुसार चालू सीजन में केस्टर 2.2 फीसदी बढ़कर 12.30 लाख टन होने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में मक्का की कीमतें 3,600 रूपये प्रति क्विंटल चल रही है जबकि केस्टर तेल के दाम 750 रूपये प्रति 10 किलो चल रहे हैं। आगामी दिनों में घरेलू मिलों की मांग बढ़ेगी जिससे केस्टर सीड की कीमतों में 8 से 10 फीसदी की तेजी आने अनुमान है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्श 2014-15 के पहले दस महीनों (अप्रैल से जनवरी) के दौरान केस्टर तेल के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 3.73 फीसदी की तेजी आकर कुल 3,790.96 करोड़ रूपये मूल्य का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्श की समान अवधि में 3,654.79 करोड़ रूपये मूल्य का निर्यात हुआ था।.......आर एस राणा

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