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04 मार्च 2015

बेमौसम बारिश से महंगा होने लगा आलू

बेमौसम बारिश से आलू अब महंगा होने लगा है। दरअसल खेतों में पानी भरने से आलू सडऩे का खतरा पैदा होने से इसके उत्पादन में कमी आ सकती है। बारिश से आलू की खुदाई भी थम गई है। लिहाजा मंडियों में आलू के दाम चढऩे शुरू हो गए हैं। आलू के साथ दूसरी हरी सब्जियां भी महंगी हो रही है। उधर,दिल्ली सरकार गर्मियों में सब्जियों खासकर आलू-प्याज के दाम नियंत्रित करने के लिए इनका बफर स्टॉक करने की योजना बना रही है।

प्रमुख आलू उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश की आगरा मंडी के आलू कारोबारी दीपक कुमार कहते हैं कि बेमौसम बारिश से 20-25 फीसदी आलू की फसल बर्बाद होने की आशंका है। राष्ट्रीय बागवानी व अनुसंधान विकास प्रतिष्ठïान (एनएचआरडीएफ)के निदेशक आर पी गुप्ता ने कहा कि अब तक की बारिश से प्रारंभिक आकलन के मुताबिक 7-10 फीसदी नुकसान होने की संभावना है। अगर आगे बारिश और हुई तो यह नुकसान ज्यादा हो सकता है। जैसा कि मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान बारिश की संभावना व्यक्त की है। दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी के आलू कारोबारी त्रिलोकचंद शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश, पंजाब में बारिश से आलू की पैदावार घटने की संभावना है। इससे किसान और कारोबारी मंडियों में कम भाव पर आलू बेचने को तैयार नहीं है। जिससे 2-3 दिन में आलू के दाम 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़े हैं। दिल्ली में आलू 400-800 रुपये से बढ़कर 450-900 रुपये, आगरा में 500-600 रुपये से बढ़कर 550-625 रुपये और अमृतसर में 340-380 रुपये से बढ़कर 360-450 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।

बारिश से हरी सब्जियों की फसल भी बर्बाद हुई है। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढ़वे ने बताया कि गर्मियों में सब्जी के पैदावार के लिए लगाई जा रही नर्सरी को बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है। जिससे अगले महीनों मेंं आने वाली सब्जी की पैदावार 30-40 फीसदी घट सकती है। आजादपुर मंडी के सब्जी कारोबारी सुभाष चुघ भी मानते हैं कि बारिश से सब्जियों की फसल को तगड़ा नुकसान हुआ है। जिससे सब्जियों की कीमतों में इजाफा हुआ है। दिल्ली कृषि विपणन बोर्ड के आंकडों के मुताबिक केशोपुर मंडी में 27 फरवरी-3 मार्च अवधि के दौरान भिंडी 27-48 रुपये से बढ़कर 35-60 रुपये, बींस 22-25 रुपये से बढ़कर 30-40 रुपये हो गई है। (BS Hindi)

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