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22 मार्च 2014

दो-तिहाई से कम गेहूं की बिक्री हुई ओएमएसएस के तहत

फीका रिस्पांस : 95 लाख टन में से 58 लाख टन गेहूं का उठान केंद्रीय पूल से खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत केवल 58 लाख टन गेहूं की ही बिक्री हुई है। जबकि सरकार ने 95 लाख टन गेहूं का आवंटन किया था। इस तरह सिर्फ 61 फीसदी गेहूं की बिक्री हो पाई है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों से बल्क कंज्यूमर के लिए गेहूं की बिक्री बंद कर दी गई है लेकिन स्मॉल ट्रेडर्स को बिक्री जारी है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि ओएमएसएस के तहत बल्क कंज्यूमर को गेहूं की बिक्री बंद कर दी गई है लेकिन स्मॉल ट्रेडर्स को 9 टन (एक ट्रक) के आधार पर बिक्री की जा रही है। उन्होंने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद मध्य प्रदेश से 25 मार्च को और अन्य राज्यों से पहली अप्रैल से खरीद शुरू की जायेगी। इसीलिए ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री बंद कर दी गई। उन्होंने बताया कि ओएमएसएस के तहत कुल 58 लाख टन गेहूं बिका है। अभी तक हुई कुल बिक्री में सबसे ज्यादा गेहूं हरियाणा से 11.39 लाख टन, पंजाब से 7.64 लाख टन, दिल्ली से 7.61 लाख टन, राजस्थान से 3.32 लाख टन, तमिलनाडु से 3.93 लाख टन, मध्य प्रदेश से 6.24 लाख टन, महाराष्ट्र से 3.57 लाख टन, पश्चिमी बंगाल से 2.60 लाख टन, जम्मू-कश्मीर से 1.70 लाख टन, आंध्र प्रदेश से 1.57 लाख टन, उड़ीसा से 1.42 लाख टन और गुजरात से 1.72 लाख टन बिका है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 21 जून को ओएमएसएस के तहत 95 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया था। इसके तहत 85 लाख टन गेहूं की बिक्री बल्क कंज्यूमर को और 10 लाख टन की बिक्री स्मॉल ट्रेडर्स को करनी थी। केंद्रीय पूल में पहली मार्च को 397.22 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद है। कुल खाद्यान्न के स्टॉक में 208.39 लाख टन गेहूं और 188.83 लाख टन चावल मौजूद है। वर्ष 2013-14 में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार 956 लाख टन होने का अनुमान है। (Business Bhaskar)

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