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21 फ़रवरी 2014

उड़द, चावल और तुअर कॉन्ट्रेक्ट फिर से लांच करने पर विचार

कमोडिटी रेगूलेटर फोरवर्ड मार्केट कमीशन (एफएमसी) ने गुरुवार को कहा है कि वह उड़द, तुअर और चावल में फिर से फ्यूचर कॉन्ट्रेक्ट शुरू करने पर विचार कर रहा है। एफएमसी चेयरमैन रमेश अभिषेक ने कहा कि हम तीन कमोडिटी तुअर, उड़द और चावल में फिर से फ्यूचर कॉन्ट्रेक्ट को रिलांच करने पर सकारात्मक विचार कर रहे हैं। बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए एफएमसी ने 2007 में इन के कॉन्ट्रेक्ट पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद, योजना आयोग के सदस्य अभिजीत सेन की अध्यक्षता में बनी एक कमेटी ने अपरी रिपोर्ट में कहा है कि फ्यूचर ट्रेडिंग सामान्य तौर पर किसानों द्वारा तय कीमत के आधार पर होती है और मूल्य वृद्धि में फ्यूचर ट्रेडिंग की कोई भूमिका नहीं है। अभिषेक ने कहा कि एफएमसी द्वारा दालों के कॉन्ट्रेक्ट पर से प्रतिबंध हटाने के पीछे मानना है कि पिछले पांच सालों में रेगूलेशन में सुधार हुआ है और मूल्य तय करने की प्रक्रिया में भी सुधार हुआ है, जिसकी वजह से बाजार में अस्थिरिता भी नियंत्रण में है। (Business Bhaskar)

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