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08 फ़रवरी 2014

चीनी निर्यात पर सब्सिडी होगी 3,500 रुपये टन!

सरकार 40 लाख टन कच्ची चीनी के निर्यात पर 3,500 रुपये प्रति टन की सब्सिडी दे सकती है। इससे सरकारी खजाने पर 1,400 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। इस कदम का मकसद विदेशों में बिक्री को बढ़ावा देना और नकदी संकट से जूझ रहे उद्योग को प्रोत्साहन देना है। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने इस सप्ताह निर्यात सब्सिडी पर दो बार फैसला टाला, क्योंकि कृषि मंत्री शरद पवार 3,500 रुपये प्रति टन की सब्सिडी देने के पक्ष में थे, जबकि खाद्य मंत्रालय ने 2,000 रुपये प्रति टन का प्रस्ताव किया था। मंत्रालयों के बीच मतभेदों के बीच पवार, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और खाद्य मंत्री केवी थामस ने मुद्दे को सुलझाने के लिए आज बैठक की। अंतत: 3,500 रुपये प्रति टन सब्सिडी देने पर पर सहमति बनी, जिसका राकंपा प्रमुख जोरदार वकालत कर रहे थे। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने बैठक के बाद कहा, 'बैठक में 3,500 रुपये सब्सिडी देने का निर्णय किया गया। अब मामला जल्दी ही सीसीईए के पास आएगा।' थॉमस ने कहा कि 40 लाख टन कच्ची चीनी के निर्यात पर 3,500 रुपये प्रति टन की सब्सिडी से सरकार पर 1,400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। (BS Hindi)

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