कुल पेज दृश्य

10 फ़रवरी 2014

अनाज उत्पादन रहेगा 26.32 करोड़ टन

देश का खाद्यान्न उत्पादन इस साल 26.32 करोड़ टन के रिकार्ड स्तर पर पहुंच सकता है। कृषि मंत्री शरद पवार ने आज यह बात कही। इससे पहले खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन दो साल पहले 25.9 करोड़ टन रहा था। पवार ने यहां एक कृषि सम्मेलन में कहा, 'देश इस साल 26.32 करोड़ टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल कर सकता है। यह दो साल पहले के 25.9 करोड़ टन से करीब 40 लाख टन अधिक होगा।' पिछले फसल वर्ष (जुलाई-जून) के दौरान खाद्यान्न उत्पादन मामूली घटकर 25.53 करोड़ टन रहा था। देश के कुछ हिस्सों में सूखे की वजह से खाद्यान्न उत्पादन घटा था। बेहतर मॉनसून और खरीफ (गर्मियों) व रबी (सर्दियों) फसलों की बुआई बढऩे से इस साल खाद्यान्न उत्पादन की संभावनाएं बेहतर हुई हैं। पवार ने कृषि क्षेत्र की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत इस समय दुनिया के शीर्ष चावल उत्पादक के रूप में उभरकर सामने आया है। वहीं गेहूं व कपास निर्यात के मामले में वह दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भारत दूध व बागवानी फसलों के शीर्ष उत्पादक के रूप में उभरा है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने हाल में जारी चालू वित्त वर्ष के अपने अग्रिम अनुमान में कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों की वृद्धि दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1.4 फीसदी रही थी। पांच दिन के इस सम्मेलन 'कृषि वसंत' का आयोजन केंद्र और महाराष्ट्र ने उद्योग संगठन सीआईआई के साथ किया है। गेहूं व कपास के आयात पर निर्भर नहीं भारत केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा है कि गेहूं और कपास के निर्यात से देश को 2.32 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई है। वह पुणे में पालघर तालुका के केल्वे में शनिवार शाम को 2 करोड़ रुपये की लागत से बने स्वर्गीय पद्मश्री भाऊसाहेब वर्तक और इंदूताई वर्तक विश्रामधाम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'पांच साल पहले हमारा देश गेहूं और कपास का आयात करता था, लेकिन अब यह स्थिति बदल गई है और हम विदेशों को इन दो जिंसों का निर्यात कर अच्छी खासी विदेशी मुद्रा प्राप्त कर रहे हैं।' ( bshindi

कोई टिप्पणी नहीं: