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21 जनवरी 2014

गुजरात में रुक गई मूंगफली की खरीद

गुजरात में पर्याप्त गोदाम नहीं होने से किसानों से मूंगफली की खरीद लगभग बंद हो गई है। किसानों को बेहतर कीमत देने और खरीद प्रक्रिया की शुरुआत करने वाला गुजरात पहला राज्य था। गुजरात सरकार ने अपनी एजेंसी गुजरात राज्य सहकारी विपणन संघ की मदद से दो महीने पहले ही मूंगफली खरीद प्रक्रिया की शुरुआत की थी। इस बीच उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक जैसे अन्य उत्पादक राज्यों में भी नेफेड की खरीद प्रक्रिया पर खराब आर्थिक हालात का असर पड़ता दिख रहा है। नेफेड इन दिनों आर्थिक परेशानी के दौर से गुजर रहा है जिसकी वजह से एजेंसी ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती का भी फैसला किया है। पिछले 30 दिसंबर को हुई निदेशक मंडल की बैठक में नेफेड ने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी कटौती का फैसला किया था, साथ ही एजेंसी ने सरकार से भी वित्तीय मदद की गुहार लगाई है। गुजरात सरकार की एजेंसी ने पिछले दो महीने के दौरान राज्य के विभिन्न केंद्रों से करीब 72,000 टन मूंगफली की खरीद की है। हालांकि गोदामों की कमी के कारण खरीद प्रक्रिया लगभग थम चुकी है। राज्य के कृषि मंत्री गोविंद पटेल का कहना है, 'फिलहाल मूंगफली की खरीद पर रोक लगाई जा चुकी है क्योंकि हमारे पास इसे रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।' हालांकि इस स्थिति से उबरने के लिए राज्य सरकार राज्यभर में अतिरिक्त गोदामों की व्यवस्था करने की योजना बना रही है। पटेल कहते हैं, 'हम भंडारण क्षमता में इजाफा करने की कोशिश कर रहे हैं जिसके लिए राज्य सरकार ने सैद्घांतिक सहमति दे दी है।' उन्होंने कहा कि अतिरिक्त क्षमता का अधिकतर हिस्सा एपीएमसी के गोदामों और कृषि विभाग की जमीन पर ही विकसित किया जाएगा। गुजरात सरकार की एजेंसी ने 8 नवंबर से ही मूंगफली खरीद शुरू कर दी थी। (BS Hindi)

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