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23 जनवरी 2014

नवंबर तक चाय उत्पादन 7.5 करोड़ किलो ज्यादा

भारतीय चाय उद्योग ने इस साल नवंबर तक चाय का उत्पादन 100 करोड़ किलोग्राम से ज्यादा दर्ज किया है, जो पिछले साल के पूरे वर्ष के उत्पादन से थोड़ा ही कम है। इंडियन टी एसोसिएशन (आईटीए) के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी से नवंबर तक देशभर में चाय का उत्पादन 106.60 करोड़ किलोग्राम रहा है, जबकि पिछले वर्ष जनवरी से दिसंबर तक उत्पादन 112.60 करोड़ किलोग्राम रहा था। नवंबर तक का उत्पादन पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 7.5 करोड़ किलोग्राम ज्यादा है। टी बोर्ड ऑफ इंडिया ने पत्तियां खरीदने वाली फैक्टरियों को शामिल करने के लिए अपने 2011 के आंकड़ों में संशोधन किया है। पत्तियां खरीदने वाली फैक्टरियां वे छोटी उत्पादक हैं, जो अपनी फैक्टरियों में प्रसंस्करण होने वाली करीब दो-तिहाई पत्तियां अन्य उत्पादकों से खरीदती हैं। उद्योग के एक प्रतिनिधि ने कहा, 'अगर यह रुझान जारी रहा तो हम उत्पादन का नया रिकॉर्ड बना सकते हैं। हालांकि दिसंबर के दौरान आईटीए के उत्तरी भारत के कुछ सदस्यों की फसल को नुकसान पहुंचा है।' नवंबर तक उत्तरी भारत का उत्पादन 7.05 करोड़ किलोग्राम ज्यादा था। हालांकि नवंबर में उत्पादन 58.8 लाख किलोग्राम कम रहा। दक्षिण भारत में उत्पादन नवंबर तक 45.5 लाख किलोग्राम ज्यादा उत्पादन दर्ज किया है। वहीं इस दौरान पूरे विश्व में चाय का उत्पादन 15.2 करोड़ किलोग्राम ज्यादा दर्ज किया गया है। ज्यादा उत्पादन के बावजूद नीलानी कीमत ऊंची बनी हुई है। इसकी संभावित वजह उद्योग के तंत्र में अल्पआपूॢर्त थी। इस सीजन की शुरुआत 10 करोड़ किलोग्राम कम चाय के साथ हुई थी। पूरे भारत में नीलामी की औसत कीमत 128.97 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो 8.22 रुपये प्रति किलोग्राम ज्यादा है। वर्ष 2013-14 में अप्रैल से नवंबर तक कीमतें 131.61 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, जो 1.76 रुपये प्रति किलोग्राम ज्यादा हैं। दार्जिलिंग की चाय की कीमत जनवरी से नवंबर के दौरान गिरकर 324.51 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जो पहले 372.43 रुपये प्रति किलोग्राम थी। भारत का निर्यात सितंबर तक 67 लाख किलोग्राम ज्यादा था, जबकि आयात 13.3 लाख किलोग्राम अधिक था। (BS Hindi)

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