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30 दिसंबर 2013

2014 में भी फीकी पड़ेगी सोने की चमक!

आमतौर पर अपनी चमक की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सोने की चमक इस साल लगातार फीकी पड़ती गई। जानकारों की नजर में 2014 में भी सोना बाजार पर चमक छोड़ने में पीछे रह सकता है। 1 जनवरी 2013 के दिन घरेलू बाजार में सोना करीब 31,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव बिका था। इस दिन जिस निवेशक ने सोने में पैसा लगाया, बेशक वायदा में वह करीब 5 फीसदी के नुकसान पर बैठा है। लेकिन हाजिर बाजार में उसके सोने पर फिलहाल कोई रिटर्न नहीं है। 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से हाजिर बाजार में गिरावट ज्यादा नहीं आई है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव इस एक साल के दौरान करीब 30 फीसदी लुढ़क गया है। इसी के साथ साल 2013 पिछले 13 सालों में सोने के लिए पहला गिरावट भरा साल साबित हुआ है। जानकार अब कम से कम 1-2 साल आगे भी सोने में कोई रिटर्न की उम्मीद नहीं देख रहे हैं। बेशक सबके जेहन में ये सवाल होगा। निवेशकों का सबसे ज्यादा भरोसे वाला सोना आखिर इस साल बेगाना क्यों हो गया। तो जानिए वजह नंबर एक। साल के शुरुआत से ही अमेरिका की इकोनॉमी में सुधार दिखने लगा था इसलिए वहां 85 अरब डॉलर के राहत पैकेज में कटौती की अटकलें बढ़ने लगी थी। यानि जिस वजह से साल 2008 से 2011 तक सोने में 70 फीसदी की तेजी आई, अब उस वजह का ही अस्तित्व खत्म होने जा रहा था। इन्हीं अटकलों के बीच गोल्डमैन सैक्स ने 10 अप्रैल को सोने पर अपने आउटलुक में भारी कटौती कर दी। उसके बाद तो मानो सोने के बाजार में भूचाल आ गया। सोना इस कदर लुढ़का कि आज तक संभल नहीं सका। इसके साथ ही ये साल सोने के लिए 30 सालों में सबसे खराब साल साबित हुआ है। (Hindi.Moneycantrol.com)

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