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07 सितंबर 2013

चावल और मसालों के एक्सपोर्ट पर शिकंजा

एक तरफ सरकार एक्सपोर्ट को बढावा देने की कोशिश में जुटी है, तो दूसरी तरफ अमेरिका भारत से आने वाले सामान पर अलग-अलग वजहों से शिकंजा कसने में लगा है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड रहा है चावल और मसाले एक्सपोर्ट करने वालों को। हाल ये है की चावल का 40 फीसदी तक शिपमेंट कीटनाशक होने की वजह से अमेरिका से रिजेक्ट हो गया है। चावल एक्सपोर्ट करने वाले इन दिनों परेशान हैं। क्योंकि जिस अमेरिका को वो अपना सबसे बड़ा बाजार समझते हैं, वही उनका चावल लौटा रहा है। इंडस्ट्री का अनुमान के मुताबिक 25-40 फीसदी शिपमेंट वापस आ रहा है। अमेरिकी सरकार के मुताबिक चावल में वो जिस पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करते हैं वो अमेरिका में मान्य नहीं है। हालांकि, चावल एक्सपोटर्स के मुताबिक अमेरिका की इस दलील में कोई दम नहीं है। अमेरिकी रेगुलेटरी एजेंसी एफडीए ने भारत से चावल एक्सपोर्ट करने वाली सभी 31 कंपनियों को रेड लिस्ट में डाल दिया है। इससे इनके चावल की 100 फीसदी जांच की जा रही है। पहले जांच हर शिपमेंट के कुछ हिस्से का ही होता था। आलम ये है की पिछले साल जहां अमेरिका को चावल का रिकॉर्ड 1.04 लाख टन एक्सपोर्ट हुआ था, लेकिन इस बार पहली तिमाही में करीब 19000 टन ही एक्सपोर्ट हो पाया है। अब बात सिर्फ चावल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत से अमेरिका को एक्सपोर्ट होने वाले मसाले पर भी कुछ ऐसा ही शिकंजा कसा जा रहा है। अमेरिकी एफडीए ने भारत से मसाले एक्सपोर्ट करने वाली सभी 200 कंपनियों को रेड लिस्ट में डाल दिया है, क्योंकि एजेंसी के मुताबिक इन कंपनियों की और एक्सपोर्ट होने वाले मसाले में नुकसानदायक जर्म्स पाए गए हैं। ऐसे में मसाले एक्सपोर्ट में भी कमी आने की आशंका हैं। (Moneycantorl.com)

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