कुल पेज दृश्य

22 अगस्त 2013

डॉलर के मुकाबले रुपए का टूटना जारी, लाइफ टाइम रेकॉर्ड 65 पार पहुंचा

मुंबई।। डॉलर की मार से इंडियन करंसी रुपए की सेहत हर दिन बुरी तरह से पिट रही है। गुरुवार को तो रुपए के गिरने की सारी हदें टूट गईं। रुपया 64.90 पर खुला लेकिन कुछ पल में ही 65.03 तक चला गया। बुधवार को रुपया 64.11 पर बंद हुआ था। कल के मुकाबले रुपया करीब 2 पर्सेंट गिरा है। इस साल 1 जनवरी लेकर अब तक रुपए में 15.5 पर्सेंट की गिरावट आई है। मध्य जुलाई से 22 अगस्त के बीच रुपए में 8% की गिरावट आई है। फिलहाल रुपया 65.41 के लेवल पर है। इस गिरावट के साथ ही रुपया दुनिया की तीसरी सबसे खराब करंसी बन गया। एशिया में सबसे खराब करंसी के मामले में रुपया दूसरे नंबर पर आ गया है। लगातार छठे दिन रुपए में यह सबसे बड़ी गिरावट है। अब तक के इतिहास में रुपया इससे ज्यादा कभी नहीं गिरा था। बुधवार को ही डॉयचे बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि रुपया एक से दो महीने में 70 के लेवल तक जा सकता है। इसी से पता चलता है कि इंडियन इकॉनमी संकट के किस दौर से गुजर रही है। विदेशी इन्वेस्टर्स में भारत से अपनी पूंजी निकालने की होड़ लगी है। मुख्य तौर पर विदेशी इन्वेस्टर्स द्वारा लगातार पूंजी निकासी से बाजार की हालत पस्त है। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक उन्होंने बुधवार को 792.11 करोड़ रपए के शेयर बेचे। इंडियन करंसी रुपए की गिरती कीमत के बीच बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने मनमोहन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की साख खत्म हो गई है। देश की इकॉनमी सरकार के कंट्रोल से बाहर जा रही है लेकिन कोई उपाय करने में खुद को असमर्थ पा रही है। सिन्हा ने कहा कि रुपया का डॉलर के मुकाबले 65 से पार होना बेहद गंभीर समस्या है। भारतीय शेयर बाजार से भी फिलहाल संकट के बादल छंटते नहीं दिख रहे हैं। गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 9.07 अकों की गिरावट के साथ 17896.84 पर खुला। बुधवार को सेंसेक्स 340.13 अंक गिरकर 17905.91 पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 19.75 अंकों की गिरावट के साथ 5,282.80 पर खुला। निफ्टी फिलहाल हरे निशान पर है। अमेरिकी मार्केट्स में भारी गिरावट के बाद आशंका है इंडियन स्टॉक मार्केट की हालत भी आज पतली रहेगी। फेडरल रिजर्व के मिनट्स के बाद अमेरिकी मार्केट्स में भारी बिकवाली रही। डाओ जोंस लगातार छठे दिन फिसलकर 15,000 के नीचे आ गया। राजनीतिक प्रेशर के चलते क्यूई3 में कमी की शुरुआत पर अनिश्चितता कायम है। अमेरिकी बाजारों में डाओ जोंस 0.70 पर्सेंट की गिरावट के बाद 14,897.55 पर बंद हुआ। नैस्डेक 0.38 पर्सेंट की गिरावट के साथ 3,599.79 पर बंद हुआ। एसऐंडपी 500 इंडेक्स 0.58 फीसदी की तेज गिरावट के बाद 1,642.80 पर बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों से मिले खराब संकेतों के चलते एशियाई बाजारों में भी बिकवाली का प्रेशर है। एशियाई बाजारों में भी गिरावट जारी है। निक्केई 44.05 अंक यानी 0.33 पर्सेंट गिरकर 13,380.28 पर आ गया है। हैंग सेंग 112 पॉइंट्स यानी 0.52 पर्सेंट की कमजोरी के साथ 21,704.80 पर है। (Navbharat Times)

कोई टिप्पणी नहीं: