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12 अगस्त 2013

भारत के 50 फीसदी इलाकों में सामान्य बारिश

भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून चार महीने के अपने वर्षाकाल के दूसरे दौर में दाखिल हो चुका है। इस साल पहले दो महीनों में ओडिशा, छत्तीसगढ़, लक्षद्वीप और हिमाचल प्रदेश सामान्य बारिश दर्ज करने वाले 13 राज्यों में सबसे अधिक बारिश वाले रहे हैं। 1 जून से 10 अगस्त के बीच मौसम संबंधी 36 उप-खंडों में से 31 में बारिश सामान्य या अधिक रही है जबकि बाकी 5 क्षेत्रों में कम बारिश दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सत्र में इस दौरान भारत के लगभग आधे क्षेत्र में सामान्य या अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के कुछ वरिष्ठï अधिकारियों के अनुसार ओडिशा और छत्तीसगढ़ में औसतन बारिश की तुलना में लगभग 19 फीसदी अधिक बर्षा दर्ज की गई जबकि लक्ष्यद्वीप और हिमाचल प्रदेश में जून और जुलाई में सामान्य की तुलना में 17 फीसदी और 15 फीसदी अधिक बारिश हुई। अधिकारी ने कहा, 'जून और जुलाई में ओडिशा में आम तौर पर लगभग 551.1 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि इस साल यह आंकड़ा 657.7 मिलीमीटर रहा है। छत्तीसगढ़ में जून और जुलाई में सामान्य तौर पर लगभग 559 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस साल इस अवधि में यह आंकड़ा 665.5 मिलीमीटर दर्ज किया गया।Ó कुल मिला कर भारत में 1 जून से 10 अगस्त के बीच सामान्य की तुलना में 14 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई। देश में इस दौरान आमतौर पर 535.1 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि 2013 में 611.1 मिलीमीटर बारिश पहले ही दर्ज की का चुकी है। एक वरिष्ठï अधिकारी ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों के संदर्भ में इस साल अब तक मॉनसून में अच्छी तेजी रही है, हालांकि बारिश में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन फिलहाल यह पूरी तरह बंद नहीं होगी।Ó मौसम विभाग ने अगस्त और सितंबर 2013 के लिए अपने दूसरे दौर के अनुमान में कहा है कि बारिश सामान्य (दीर्घावधि औसत यानी एलपीए के 94 से 106 फीसदी) रहने की संभावना है। विभाग ने हालांकि चेतावनी दी है कि बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना भी बरकरार है। अच्छी बारिश की वजह से 84 जलाशयों में से ज्यादातर में जलस्तर अपने सामान्य निशान से काफी बढ़ गया है। इसलिए छत्तीसगढ़ और केरल में कुछ जलाशयों के नजदीक रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्काईमेट वेदर सर्विसेज में मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पालावत ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, 'भविष्य में बारिश में तेजी 15 अगस्त के बाद से देश के ज्यादातर हिस्सों में थम जाएगी। हालांकि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली जैसे उत्तर-पश्चिमी राज्यों को छोड़ कर सितंबर में इसमें पुन: तेजी देखी जा सकती है। (BS Hindi)

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