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17 जून 2013

गुड़ के दाम बढ़कर हुए 40 रुपये प्रति किलो

उत्पादक मंडियों में स्टॉक कम होने से गुड़ के दाम चीनी से ज्यादा चालू पेराई सीजन में उपभोक्ताओं को चीनी के मुकाबले गुड़ महंगे दाम पर खरीदना पड़ रहा है। फुटकर बाजार में चीनी का भाव 35 से 37 रुपये प्रति किलो चल रहा है जबकि गुड़ 38 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। उत्पादक मंडियों में गुड़ का स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम है जबकि जुलाई में मांग बढ़ जायेगी। ऐसे में मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना है। फेडरेशन ऑफ गुड़ ट्रेडर्स के अध्यक्ष अरुण खंडेलवाल ने बताया कि चीनी के दाम नीचे होने के कारण गुड़ की कीमतों में तेजी नहीं आ पा रही है। हालांकि गुड़ का स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम है तथा जुलाई में उत्तर भारत के राज्यों की मांग बढ़ेगी, जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी आने की संभावना है। मुजफ्फरनगर मंडी में 12 लाख कट्टों (एक कट्टा-40 किलो) गुड़ का स्टॉक है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 1.60 लाख कट्टे कम है। जून-जुलाई में महाराष्ट्र और कर्नाटक में नए गुड़ की आवक शुरू हो जाती है लेकिन इन राज्यों में सूखे से गन्ने की फसल प्रभावित हुई है इसलिए चालू सीजन में इन राज्यों में गुड़ का उत्पादन कम होगा। देशराज राजेंद्र कुमार के प्रबंधक देशराज ने बताया कि चालू पेराई सीजन 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) में चीनी का उत्पादन जरूर पिछले साल से कम हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी थोक बाजार में गुड़ चीनी से महंगा बिक रहा है। दिल्ली के थोक बाजार में चीनी के दाम 3,300 से 3,325 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि गुड़ 3,400 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर मंडी में गुड़ चाकू के भाव 3,050 से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि पेड़ी का भाव 3,100 से 3,150 रुपये और रसकट का भाव 2,800 से 2,850 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। एनसीडीईएक्स पर जुलाई महीने के वायदा में गुड़ की कीमतों में पिछले दस दिनों में 2.6 फीसदी की गिरावट आई है। जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में चार जून को गुड़ का भाव 1,264 रुपये प्रति मन (एक मन-40 किलो) था जो शनिवार को घटकर 1,231 रुपये प्रति मन पर बंद हुआ। (Business Bhaskar)

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