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29 मई 2013

केरल में मानसून 6 जून तक पहुंचने की संभावना

अगले दो दिनों में मानसून पूरे अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो जाएगा अगले दो दिनों में मानसून अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में पूरी तरह सक्रिय हो सकता है। लेकिन केरल तट पर मानसून पहुंचने में कुछ ज्यादा समय लग सकता है। केरल में मानसून 3 से 6 जून के बीच पहुंचने का अनुमान है। प्रादेशिक मौसम विज्ञान केन्द्र मुंबई के प्रमुख अजय कुमार ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अगले 2 दिन में मानसून अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में पूरी तरह सक्रिय होने उम्मीद है। जबकि केरल में इस साल मानसून 3 से 6 जून तक पहुंचने का अनुमान है। मानसून केरल पहुंचने में देरी होने की वजह चक्रवाती गतिविधियां व हवाओं का दबाव कमजोर होना है। देश के अन्य भागों जैसे मुंबई में भी इसके 10 जून तक पहुंचने का अनुमान है। जबकि पूरे देश में मानसून डेढ़ महीन में सक्रिय होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मानसून आखिरी में राजस्थान पहुंचेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि मानसून इस वर्ष सामान्य रहेगा। जबकि पिछले वर्ष औसतन 10 फीसदी बारिश कम हुई थी। केरल में पहुंचने के साथ अच्छी बारिश हो सकती है। पिछले महीने ही मौसम विभाग ने बताया था कि 98 फीसदी औसत बारिश होने की संभावना है। मानसून चावल, सोयाबीन, कपास और मक्का जैसी खरीफ फसलों के लिए महत्वपूर्ण है। देश में 60 फीसदी कृषि सिंचाई के लिए वर्षा के जल पर निर्भर है। गौरतलब है कि मौसम विभाग की अल्पकालिक भविष्यवाणियों में काफी अंतर देखने को मिला है। उदाहरण के तौर पर पिछले वर्ष सामान्य मानसून के साथ 99 फीसदी बारिश होने की भविष्यवाणी की गई थी। जबकि औसतन बारिश 90 फीसदी रही। वहीं गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक सूखे की चपेट में थे। वर्ष 2009 में मौसम विभाग द्वारा सामान्य बारिश की भविष्यवाणी की गई थी, जबकि उस वर्ष 22 फीसदी कम बारिश हुई थी। (Business Bhaskar)

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