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30 अप्रैल 2013

विदेश में दाम घटने से कपास निर्यात मुश्किल

आर एस राणा नई दिल्ली | Apr 30, 2013, 01:22AM IST विदेश में कपास के दाम 92 सेंट से गिरकर 81 सेंट प्रति पाउंड रह गए अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में आई गिरावट से कपास का निर्यात अब फायदे का सौदा नहीं रह गया है। सवा महीने में विश्व बाजार में कपास की कीमतों में करीब 12 फीसदी की गिरावट आकर 27 अप्रैल को भाव 81.33 सेंट प्रति पाउंड रह गए। इस दौरान घरेलू बाजार में भी कपास के दाम 2,200 रुपये प्रति घटकर 37,500 से 37,800 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रह गए हैं। कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विश्व बाजार में कपास की कीमतों में आई गिरावट से निगम के लिए निर्यात का सौदा अब फायदेमंद नहीं रह गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 15 मार्च को कपास का भाव 92.50 सेंट प्रति पाउंड था जबकि 27 अप्रैल को इसका भाव घटकर 81.33 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। सीसीआई ने टेक्सटाइल मंत्रालय के पास 15 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास बेचने का प्रस्ताव भेजा था जिसमें से 5 लाख गांठ की बिक्री घरेलू बाजार में और 10 लाख गांठ निर्यात करने का प्रस्ताव था। सरकार ने घरेलू बाजार में 2.25 लाख गांठ कपास की बिक्री की अनुमति तो दे दी है लेकिन निर्यात पर अभी फैसला नहीं किया है। उन्होंने बताया कि महीने भर में घरेलू बाजार में भी कपास की कीमतों में करीब 2,200 रुपये प्रति कैंडी की गिरावट आ चुकी है। चालू महीने के शुरू में अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास का भाव बढ़कर 39,500 से 40,000 रुपये प्रति कैंडी हो गया था जबकि सोमवार को भाव घटकर 37,200 से 37,500 रुपये प्रति कैंडी रह गए। केंद्र सरकार ने चालू विपणन सीजन 2012-13 के लिए मीडियम स्टेपल की कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 3,600 रुपये और लांग स्टेपल वाली किस्म की कपास का एमएसपी 3,900 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। चालू सीजन में निगम ने 23 लाख गांठ कपास की खरीद की है इसमें 47,746 गांठ की हिस्सेदारी व्यावसायिक है, बाकी खरीद एमएसपी पर हुई है। टेक्सटाइल मंत्रालय के अनुसार चालू कपास सीजन में अक्टूबर-12 से मार्च-13 के दौरान 79.25 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ है। फरवरी के मुकाबले मार्च में निर्यात घटा है। फरवरी महीने में 20.67 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ था जबकि मार्च में 13.07 लाख गांठ का ही निर्यात हुआ है। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 में देश में 338 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 352 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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