कुल पेज दृश्य

27 अप्रैल 2013

चने में बिकवाली से कमाएं मुनाफा

आर एस राणा नई दिल्ली | Apr 27, 2013, 02:32AM IST चालू रबी में पैदावार 11.2 फीसदी बढऩे से उत्पादक मंडियों में चने की दैनिक आवक अच्छी हो रही है जबकि मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग पहले की तुलना में कम हुई है। मौसम विभाग ने चालू खरीफ में मानसून सामान्य रहने की उम्मीद जताई है जिससे एग्री जिंसों की कीमतों पर दबाव बना है। वायदा बाजार में पिछले दस दिनों में चने की कीमतों में 5.9 फीसदी और हाजिर बाजार में 150 से 175 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। ऐसे में वायदा में निवेशक चने में बिकवाली करके ही मुनाफा कमा सकते हैं। एनसीडीईएक्स पर मई महीने के वायदा अनुबंध में चने की कीमतों में पिछले दस दिनों में 5.9 फीसदी की गिरावट आई है। 16 अप्रैल को चने का भाव मई महीने के वायदा अनुबंध में 3,712 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि निवेशकों की मुनाफावसूली से शुक्रवार को भाव घटकर 3,491 रुपये प्रति क्विंटल पर खुला। ब्रोकिंग फर्म इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के अस्सिटेंट वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी) बद्दरूदीन ने बताया कि चालू रबी सीजन में चने की पैदावार में बढ़ोतरी हुई है जबकि इस समय दाल मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर चल रही है। इसलिए वायदा बाजार में निवेशकों को चने की मौजूदा कीमतों पर बिकवाली ही करनी चाहिए। शाकम्भरी खाद्य भंडार के प्रबंधक राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि दिल्ली में चने की दैनिक आवक करीब 100 मोटरों की हो रही है लेकिन मांग कमजोर है। लारेंस रोड पर सप्ताह भर में ही चने की कीमतों में करीब 150 से 175 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर शुक्रवार को भाव 3,425 से 3,450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। उन्होंने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस समय चने की दैनिक आवक करीब 80 से 90 हजार क्विंटल की हो रही है। उत्पादक मंडियों में चने की दैनिक आवक मई महीने में बराबर बनी रहने की संभावना है जिससे कीमतों में गिरावट को बल मिल रहा है। अजय इंडस्ट्रीज के प्रबंधक सुनिल अग्रवाल ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार जारी किए अनुमान में खरीफ सीजन में सामान्य मानसून रहने की संभावना जताई है जिसका एग्री जिंसों की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव रहेगा। दाल एंड बेसन मिलर्स इस समय जरूरत के आधार पर ही चने की खरीद कर रहे हैं जबकि स्टॉकिस्टों की मांग कम हो गई है। इसलिए चने की कीमतों में और 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की संभावना है। मध्य प्रदेश और राजस्थान की उत्पादक मंडियों में पिछले आठ-दस दिनों में चने की कीमतों में करीब 150 रुपये की गिरावट आकर औसतन भाव 3,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। आयातित चने की कीमतों में इस दौरान गिरावट दर्ज की गई। आस्ट्रेलिया से आयातित चने की कीमतों में सप्ताहभर में ही लगभग 125 रुपये की गिरावट आकर शुक्रवार को मुंबई में भाव 3,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में चने की पैदावार 11.2 फीसदी बढ़कर 85.7 लाख टन होने का अनुमान है। वर्ष 2011-12 में चने का उत्पादन 77 लाख टन का हुआ था। (Business Bhaskar.....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: