कुल पेज दृश्य

13 फ़रवरी 2013

फ्लोर मिलों को मार्च तक मिलता रहेगा सरकारी गेहूं

बिजनेस भास्कर नई दिल्ली | Feb 13, 2013, 02:01AM IST सप्लाई का गणित खुले बाजार में गेहूं की सप्लाई है काफी सीमित दाम कम होने के कारण एमपी व यूपी में ज्यादा गेहूं का उठान दूसरे राज्यों में भाव ज्यादा होने से मिलों की दिलचस्पी कम 95 लाख टन आवंटन में से जनवरी तक 45 लाख टन उठान खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत रोलर फ्लोर मिलों के लिए गेहूं की बिक्री अवधि एक महीना बढ़ाई जाएगी। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) फ्लोर मिलों को ओएमएसएस के तहत गेहूं का आवंटन मार्च के आखिर तक करेगी। खुले बाजार में गेहूं की तंग आपूर्ति को देखते हुए खाद्य मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री फरवरी के आखिर में बंद की जानी थी लेकिन खुले बाजार में गेहूं की उपलब्धता कम है इसीलिए ओएमएसएस के तहत रोलर फ्लोर मिलों को गेहूं का आवंटन मार्च तक किया जाएगा। इससे बाजार में गेहूं की उपलब्धता तो बनेगी ही, साथ में केंद्रीय पूल से उठाव बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि ओएमएसएस के तहत फ्लोर मिलों के लिए हर सप्ताह गेहूं की बिक्री के लिए निविदा मांगी जा रही है। खाद्य मंत्रालय ओएमएसएस के तहत रोलर फ्लोर के लिए कुल 95 लाख टन गेहूं का आवंटन कर चुका है जिसमें से 31 जनवरी तक कुल 45 लाख टन गेहूं का ही उठाव हो पाया है। अभी तक हुए कुल उठाव में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की है। अन्य राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में गेहूं का बिक्री भाव कम है जिसकी वजह से इन राज्यों से ज्यादा उठाव हुआ है। एफसीआई ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में गेहूं की निविदा भरने के लिए दोहरे भाव तय किए गए हैं जबकि अन्य राज्यों में निविदा भरने के लिए एकल दाम तय किया गया है। मध्य प्रदेश में राज्य से खरीदे गए गेहूं की निविदा भरने का न्यूनतम भाव 1,414 रुपये और उत्तर प्रदेश में राज्य से खरीदे गए गेहूं की निविदा का न्यूनतम भाव 1,403 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पंजाब से खरीद गए गेहूं का बिक्री भाव क्रमश: 1,610 रुपये और 1,572 रुपये प्रति क्विंटल है। उधर पंजाब में गेहूं का बिक्री भाव 1,484 रुपये, हरियाणा में 1,446 रुपये तथा राजस्थान में 1,556 रुपये प्रति क्विंटल है। केंद्रीय पूल में पहली फरवरी को 308.09 लाख टन गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक बचा हुआ है जबकि पहली अप्रैल से रबी विपणन सीजन 2013-14 की गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। चालू रबी में अभी तक अनुकूल मौसम को देखते हुए गेहूं का उत्पादन पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है। ऐसे में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नए सीजन में 400 लाख टन से ज्यादा होने का अनुमान है। रबी विपणन सीजन 2012-13 में एमएसपी पर 381.48 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। (Business Bhaskar...R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: