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12 जनवरी 2013

जीएम फसलों के फील्ड ट्रायल पर रोक से पवार का इनकार

संसद की स्थायी समिति की सलाह के बावजूद सरकार जीएम फसलों के फील्ड ट्रायल पर प्रतिबंध लगाने के मूड में नहीं है। कृषि मंत्री शरद पवार ने यह कहते हुए जीएम फसलों के फील्ड ट्रायल पर रोक से मना किया है कि खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के कृषि अनुसंधान बेहद जरूरी हैं। उल्लेखनीय है कि अगस्त 2012 में बासुदेब आचार्य की अध्यक्षता वाली कृषि पर संसद की स्थायी समिति ने सरकार से ट्रांसजेनिक फसलों के ओपन फील्ड ट्रायल पर रोक लगाने और इसकी मॉनिटरिंग के लिए बेहतर सिस्टम विकसित करने की सलाह दी थी। पवार ने समिति की सिफारिशों से असहमति जताते हुए कहा कि हमारे देश में खाद्य सुरक्षा ज्यादा बड़ा मुद्दा है जिसे देखते हुए फील्ड ट्रायल पर रोक जैसे निर्णय नहीं लिए जा सकते हैं। हालांकि पवार ने कहा है कि इन फसलों के ट्रायल से पर्यावरण, अन्य फसलों, पशुओं व मानव स्वास्थ्य पर असर न पड़े, इसके लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता पर ध्यान दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय समिति को नवंबर 2012 में सौंपी गई कार्रवाई की रिपोर्ट में मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जीएम फसलों के फील्ड ट्रायल की रिसर्च गतिविधियां देश में खाद्य सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं। इन पर रोक के बाद खाद्य सुरक्षा पर ही प्रतिबंध लग जाएगा। (Business Bhaskar)

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