कुल पेज दृश्य

31 दिसंबर 2012

तेजी की चमक बिखेरता रहेगा सोना

अगले साल भी सोना तेजी की चमक बिखेरता रहेगा। विश्लेषकों के मुताबिक, अर्थव्यवस्था में तेजी आने के आसार एवं कुछ निश्चित वैश्विक कारकों से सोने की कीमत 33,000 रुपये के स्तर पर पहुंच सकती है। कोटक कमोडिटी सर्विसेज की विश्लेषक माधवी मेहता ने कहा कि दीर्घकाल में सोने में तेजी का रुख बने रहने की संभावना है क्योंकि ज्यादातर देशों के केंद्रीय बैंक सोने की खरीद बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्राजील और रूस के केंद्रीय बैंकों की योजना अगले साल सोने का भंडार बढ़ाने की है। 'वर्ष 2013 के लिए हमारा अनुमान है सोना 28,000-33,000 के दायरे में रहेगा।' हालांकि, रुपये में स्थिरता और अमेरिका का राजकोषीय असंतुलन सोने में नरमी ला सकता है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार और एफआईआई की तरफ से शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त बढऩे से भी सोने को समर्थन मिल सकता है। पिछले सप्ताह, सोना 30,600 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहा, जबकि वैश्विक बाजारों में यह 1,658 डालर प्रति आउंस पर रहा। मेहता ने कहा कि मुनाफावसूली के चलते दिसंबर में सोने में थोड़ी गिरावट आ चुकी है और निकट भविष्य में सोने का भाव 29,800-31,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रहने का अनुमान है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी राजकोथीय संकट के बीच बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी सरकार कम से कम आंशिक समझौता करने में सक्षम होगी और ये चीजें बाजार के लिए सकारात्मक होंगी, जो सोने के लिए बेहतर साबित होगा। ऐसे में मेहता तो जनवरी 2013 में सोने की कीमतें बढऩे का अनुमान है। इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए कामट्रेंडज रिसर्च के निदेशक ज्ञानशेखर त्यागराजन ने कहा कि बाजार लंबे समय से अमेरिका में राजकोषीय असंतुलन दूर करने के लिए प्रस्ताव पारित होने का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि दीर्घकाल में घरेलू बाजार में सोने की कीमत 33,000 रुपये से 34,000 रुपये के स्तर पर पहुंच सकती है। हालांकि अगर अमेरिका में प्रस्ताव पारित होने से रह जाता है तो सोने में गिरावट आएगी। उन्होंने कहा कि अल्पकाल में सोना टूटकर 1,565 डॉलर पर आ सकता है। अल्पावधि में सोने की कीमतें वैश्विक बाजार में घटकर 1565 डॉलर पर आ सकती है और इसके 1900 डॉलर तक ऊपर जाने की भी संभावनाएं हैं। लेकिन देसी बाजार में यह 28,500-31,500 रुपये के दायरे में रहेगा। ऐंजल ब्रोकिंग के सहायक निदेशक नवीन माथुर ने कहा कि अल्पावधि में सोना 30,500-31,000 रुपये के दायरे में रहेगा क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है। वैश्विक बाजार में इसके 1650-1700 डॉलर प्रति आउंस पर रहने के आसार हैं। रुपये में मजबूती से देसी बाजार में सोने की कीमतें नियंत्रित रहेंगी। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: