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15 नवंबर 2012

अपने रुख पर कायम रह सकता है सीएसीपी!

सरकार ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) को भले ही अपनी सिफारिशों पर पुनर्विचार करने को कहा हो लेकिन आयोग सत्र 2013-14 के लिए गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,285 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाने की शायद सिफारिश न करे। कैबिनेट की हालिया बैठक में गेहूं के एमएसपी पर निर्णय टाल दिया गया था और सरकार ने सीएसीपी से कहा था कि डीजल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर के इजाफे को देखते हुए वह एमएसपी सिफारिश पर फिर से विचार करे। हालांकि अधिकारियों ने बताया कि सीएसीपी अपने पहले के निर्णय में बदलाव लाने के पक्ष में नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद मौजूदा एमएसपी से गेहूं की कुल उत्पादन लागत अब भी कम है। सीएसीपी के अनुमान के अनुसार 2013-14 में गेहूं की उत्पादन लागत करीब 1,098.47 रुपये प्रति क्विंटल होगी, जिसमें परिवहन, बीमा और विपणन शुल्क भी शामिल है। मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि अगर इसमें प्रति क्विंटल 30 रुपये डीजल खर्च जोड़ दिया जाए तब भी उत्पादन लागत 1,285 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी से कम ही होगी। आयोग अगले कुछ दिनों में अपनी संशोधित सिफारिश सरकार को भेज सकती है, जिस पर कैबिनेट में विचार किया जाएगा। हालांकि कृषि मंत्रालय चाहता है कि गेहूं किसानों को डीजल कीमतों में बढ़ोतरी के बाद 10 फीसदी बोनस दिया जाए। (BS Hindi)

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