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03 नवंबर 2012

गेहूं के एमएसपी पर कृषि व वित्त मंत्रालय में तीखे मतभेद

रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर मंत्रालयों के बीच मतभेद उभरने के कारण आर्थिक मामलों का कैबिनेट कमेटी में गुरुवार को कोई फैसला नहीं हो सका। गेहूं के एमएसपी पर कृषि मूल्य एवं लागत आयोग (सीएसीपी) अपनी सिफारिश के बारे में दुबारा विचार करेगा और नया कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। सीसीईए की हुई बैठक में गेहूं को छोड़कर अन्य रबी फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। सीएसीपी ने गेहूं का एमएसपी पिछले साल के बराबर 1285 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रखने की सिफारिश की थी। सीसीईए की बैठक में वित्त मंत्रालय का भी यही विचार था। उसका मानना था कि अगर एमएसपी बढ़ाया जाता है तो सरकार का खाद्य सब्सिडी भार बढ़ेगा और खाद्य वस्तुओं की महंगाई को बढ़ावा मिलेगा। इसके विपरीत कृषि मंत्रालय का मानना था कि उत्पादन लागत बढऩे की वजह से गेहूं का एमएसपी बढ़ाकर 1400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया जाना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि मंत्रालयों के बीच मतभेद खत्म न होने के कारण गेहूं के एमएसपी पर कोई फैसला नहीं हो पाया। बैठक के बाद एक मंत्री ने बताया कि गेहूं के एमएसपी पर नया कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। गुरुवार को हुई सीसीईए की बैठक में विपणन सीजन 2013-14 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में 3.5 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। बीज, खाद, कीटनाशक और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के उलट ऊंचे समर्थन मूल्य की सिफारिश की थी। लेकिन सीसीईए ने सीएसीपी की सिफारिशों के अनुरूप रबी फसलों का एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया। सीसीईए ने रबी विपणन सीजन वर्ष 2013-14 के लिए सरसों के एमएसपी में 500 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करके भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। विपणन सीजन 2012-13 के लिए सरसों का एमएसपी 2,500 रुपये प्रति क्विंटल था। दलहनी फसलों चना के एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर एमएसपी 3,000 रुपये, मसूर के एमएसपी में 100 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,900 रुपये और सैफ्लॉवर के एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,800 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। जौ के एमएसपी को 980 रुपये प्रति क्विंटल ही रखा गया है। जौ, चना, मसूर, सरसों और सैफ्लॉवर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी सीएसीपी की सिफारिशों के आधार पर ही की गई है(Business bahskar....R S Rana)

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