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31 अक्तूबर 2012

सरकार को अच्छी रबी फसल की उम्मीद

कृषि मंत्री शरद पवार ने आज कहा कि रबी फसल की बेहतर संभावनाओं के मद्देनजर 2012-13 के फसल वर्ष में देश में 25 करोड़ टन अनाज उत्पादन की उम्मीद है हालांकि यह पिछले फसल वर्ष के मुकाबले करीब तीन फीसदी कम होगा।गेहूं और चावल के रिकॉर्ड उत्पादन के मद्देनजर जुलाई-जून 2011-12 में 25.74 करोड़ टन अनाज पैदा हुआ था जो अब तक का कीर्तिमान है। खरीफ मौसम में कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में सूखे के कारण कुल अनाज का उत्पादन घटने के आसार है। कृषि मंत्रालय प्रारंभिक अनुमान लगाया है कि खरीफ फसलों का उत्पाद 10 फीसदी घटकर 11.71 करोड़ टन रहेगा। लेकिन मंत्रालय को उम्मीद है कि इस कमी की काफी कुछ भरपाई रबी फसल के उत्पादन से हो जाएगी। पवार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार संबंधी खाद्य मंत्रियों के सम्मेलन में कहा, 'हालांकि शुरुआती खरीफ अनुमान में इस साल कुल अनाज उत्पादन में आंशिक गिरावट के संकेत हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि रबी फसल की अच्छी संभावना के कारण वर्ष 2012-13 के दौरान कुल 25 करोड़ टन का उत्पादन हो सकेगा।' उन्होंने कहा कि 'पूर्वी भारत में हरित क्रांति' कार्यक्रम में प्रगति हुई है और कहा कि देश का धान उत्पाद आने वाले वर्षो में और बढ़ेगा। पिछले कुछ वर्षों में कृषि उत्पादन पर संतोष जाहिर करते हुए पवार ने कहा, 'कृषि मंत्री के तौर पर मुझे कुछ समय पहले गेहूं का आयात करना खलता था। जबकि आज हमने कृषि उत्पादों के निर्यात का रिकॉर्ड स्तर पार कर लिया है। हमने करीब एक करोड़ टन चावल और करीब 30 लाख टन गेहूं का निर्यात किया है।' मंत्री ने कहा कि अनाजों की कुल उपलब्धता और इसका दक्षतापूर्वक वितरण देश की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है। (BS Hindi)

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