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13 अक्तूबर 2012

खरीद न होने से एमएसपी से नीचे गिरे उड़द के भाव

आर.एस. राणा नई दिल्ल सरकारी खरीद सुचारु रूप से शुरू नहीं होने के कारण किसानों को उड़द न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे भाव पर बेचनी पड़ रही है। केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2012-13 के लिए उड़द का एमएसपी 4,300 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में 3,600 से 3,850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक्री हो रही है। चालू खरीफ में उड़द का उत्पादन घटने का अनुमान है लेकिन आयातित उड़द सस्ती होने के कारण उत्पादक मंडियों में इसके दाम एमएसपी से 450 से 700 रुपये प्रति क्विंटल नीचे चल रहे हैं। बंदेवार दाल एंड बेसन मिल्स के प्रबंधक एस. बंदेवार ने बताया कि आयातित उड़द सस्ती है। मुंबई पहुंच आयातित उड़द एफएक्यू क्वालिटी 650 डॉलर और एसक्यू क्वालिटी 680 डॉलर प्रति टन है। रुपये में इसका भाव 3,400 से 3,600 रुपये प्रति क्विंटल है। बर्मा में उड़द का स्टॉक ज्यादा है इसीलिए आगामी दिनों में आयात बराबर बना रह सकता है जिसका असर घरेलू बाजार में कीमतों पर रहेगा। ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर सी. एस. नादर ने बताया कि आंध्र प्रदेश की उत्पादक मंडियों में उड़द का भाव 3,800 रुपये, महाराष्ट्र की मंडियों में 3,800 से 3,850 रुपये, मध्य प्रदेश की मंडियों में 3,600 से 3,700 रुपये और राजस्थान की मंडियों में 3,650 से 3,750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय दैनिक आवक 22,000 से 25,000 क्विंटल की हो रही है तथा आगामी दिनों में आवक बढऩे की संभावना है। सरकारी खरीद में तेजी नहीं आई तो मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आने की संभावना है। नेफेड के मुख्य प्रबंधक (दलहन) एस. बिश्वास ने बताया कि महाराष्ट्र के उस्मानाबाद और लातूर जिलों में उड़द की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू की जा चुकी है जबकि तीन अन्य जिलों अकोला, अमरावती और परभनी में भी खरीद केंद्र खोले जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो गई है लेकिन नई उड़द में नमी की मात्रा ज्यादा है इसीलिए अभी खरीद शुरू नहीं की गई है। अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में नई फसल की आवक में अभी देरी है तथा इन राज्यों में भी निगम की एमएसपी पर उड़द खरीद करने की योजना है। कृषि मंत्रालय के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में उड़द की पैदावार में 10.9 फीसदी की कमी आकर कुल उत्पादन 11.4 लाख टन होने का अनुमान है। वर्ष 2011-12 खरीफ सीजन में उड़द की पैदावार 12.8 लाख टन की हुई थी। (Business Bhaskar....R S Rana)

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