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26 अक्तूबर 2012

चीनी पर आयात शुल्क में बदलाव का फैसला 3 महीने बाद ही: पवार

नई दिल्ली:कृषि मंत्री शरद पवार ने आज कहा कि सरकार चीनी पर आयात शुल्क की दरों में बदलाव का फैसला 3 महीने बाद ही करेगी ताकि फैसले से पहले इस पेराई मौसम की प्रगति का अनुमान ले लिया जाए। फिलहाल साफ चीनी और कच्ची चीनी पर आयात शुल्क 10-10 फीसदी है। खाद्य मंत्रालय साफ चीनी पर आयात शुल्क बढ़ाकर 20 फीसदी करने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल के लिए भेजने की तैयारी में है ताकि घरेलू बाजार में चीनी की बाढ़ रोकी जा सके, पर साथ ही वह कच्ची चीनी के सस्ते आयात का दरवाजा खुला रखने के लिए इस पर शुल्क समाप्त करने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है। पवार ने आज यह पूछने पर कि क्या यह चीनी से जुड़े आयात शुल्क में बदलाव के लिए उपयुक्त समय है, कहा, ‘‘हमें थोड़ा इंतजार करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि 3 महीने इंतजार किया जा सकता है। पवार ने कहा कि घाटे में चल रही दिल्ली मिल्क स्कीम (डी.एम.एस.) को कम्पनी का रूप देने के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद ही उसकी डोर अमूल को थमाने के प्रस्ताव पर गौर किया जाएगा। अमूल ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली गुजरात सहकारिता दुग्ध विपणन महासंघ (जी.सी.एम.एम.एफ.) ने डी.एम.एस. को चलाने में रुचि प्रकट की है तथा कृषि मंत्रालय को एक प्रस्ताव दिया है। पवार ने कहा, ‘‘हमने (अमूल के प्रस्ताव के बारे में) कोई फैसला नहीं किया है, वास्तव में मंत्रिमंडल के समक्ष डी.एम.एस. के निगमीकरण के लिए प्रस्ताव है। हम (निगमीकरण के बारे में) मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद अमूल के प्रस्ताव के बारे में सोचेंगे।’’ (Punjab Kesri)

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