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10 सितंबर 2012

गहनों की कम मांग, फिर भी सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर

सोने के गहनों की मांग अब सामान्य के मुकाबले केवल 25%रह गई है। इस समय जरूरतमंद ग्राहक ही खरीदारी कर रहे हैं, वह भी कम वजन के गहने। -वी के गोयल, अध्यक्ष, दिल्ली बुलियन ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन पिछले छह माह में सोने के गहनों की बिक्री काफी घट गई है। आने वाले दिनों में भी सोने की कीमतें बढऩे की संभावना है, इसलिए अधिकतर ज्वेलर्स हल्के वजन वाले गहनों के कलेक्शन लांच कर रहे हैं। -संजीव अग्रवाल, सीईओ, गीताजंलि जेम्स जेब पर भारी दीपावली और नवरात्रों में गहनों की मांग बढऩे की संभावना है, लेकिन इस दौरान भी देखने को मिलेगा ऊंची कीमतों का असर रिटर्न देने में शेयरों से ज्यादा बोल्ड है गोल्ड नई दिल्ली निवेशकों को शानदार रिटर्न देने में सोने का कोई जवाब नहीं है। सितंबर, 2011 से लेकर 7 सितंबर, 2012 तक की सालाना अवधि के दौरान निवेशकों को सोने पर 15 फीसदी रिटर्न मिला है। वहीं, इस दौरान निवेशकों को शेयरों पर मामूली रिटर्न मिला है। सोने का भाव सितंबर 2011 के आरंभ में 27400 रुपये प्रति दस ग्राम था, जबकि अभी भाव 32000 रुपये से ज्यादा है। (प्रेट्र) सोने के गहनों की कम मांग होने के बावजूद इसके भाव आए दिन नए रिकॉर्ड स्तर को छू रहे हैं। दिल्ली सराफा बाजार में शनिवार को सोना 540 रुपये उछल कर 32,450 रुपये की ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया। वहीं, गहनों की बिक्री सामान्य के मुकाबले 75 फीसदी कम चल रही है। देश की राजधानी से लेकर मुंबई व लुधियाना तक में स्वर्णाभूषण की मांग घट गई है। दिल्ली बुलियन ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वी के गोयल ने बताया कि गहनों की मांग अब सामान्य के मुकाबले केवल 25 फीसदी रह गई है। इस समय जरूरतमंद ग्राहक ही खरीदारी कर रहा है, वह भी कम वजन के गहने। वैसे तो दीपावली और नवरात्रों में मांग बढऩे की संभावना है, लेकिन ऊंची कीमतों का असर इस दौरान भी पड़ेगा। ब्रोकिंग फर्म एंजल कमोडिटी के एसोसिएट डायरेक्टर (कमोडिटी एंड करेंसी) नवीन माथुर ने बताया कि यूरोप के कर्ज संकट को खत्म करने के लिए यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा सरकारी बांडों की असीमित खरीद की घोषणा करने से यूरो मजबूत हुआ है। इससे निवेशकों की खरीद सोने में बढ़ गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में शनिवार को सोने का भाव 32,194 रुपये प्रति दस ग्राम पर खुला तथा निवेशकों की खरीद से भाव बढ़कर 32,214 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। ब्रोकिंग फर्म इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट (रिसर्च कमोडिटी) बदरुद्दीन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में आई तेजी का असर घरेलू बाजार में भी दिख रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में महीने भर में ही सोने की कीमतों में 7.7' की तेजी आ चुकी है। गत 8 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,610 डॉलर था, जबकि शनिवार को यह बढ़कर 1,735 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखा गया। पी सी ज्वैलर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम गर्ग ने बताया कि ऊंची कीमतों का असर गहनों की मांग पर पड़ा है जिससे निपटने के लिए ज्वेलर्स कम वजन के गहने बनवा रहे हैं। दिल्ली सराफा बाजार में घरेलू बाजार में पिछले बीस दिनों में सोने में 2,080 रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आ चुकी है। 16 अगस्त को दिल्ली में सोने का भाव 30,370 रुपये प्रति दस ग्राम था, जबकि शनिवार को यह 32,450 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। गीताजंलि जेम्स के सीईओ संजीव अग्रवाल के अनुसार पिछले छह माह में सोने के गहनों की बिक्री काफी घट गई है। आने वाले दिनों में भी सोने की कीमतें बढऩे की संभावना है, इसलिए अधिकतर ज्वेलर्स हल्के वजन वाले गहनों के कलेक्शन को लांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गीताजंलि जल्द ही नई तकनीक के जरिए ऐसे गहनों को बाजार में पेश करेगी जो वजन में हल्के होंगे लेकिन देखने में काफी महंगे लगेगे। इनमें रोजाना पहनने वाले गहनों की कीमत 10 से 20 हजार रुपये होगी, जबकि पार्टी और शादी-ब्याह में पहने जाने वाले गहनों की कीमत 20 हजार रुपये होगी। राजेश एक्सपोर्ट के एमडी राजेश मेहता के अनुसार सोने-चांदी की बढ़ती कीमतों का असर छोटे ज्वेलर्स पर पड़ सकता है, जबकि बड़े ब्रांड पर असर कु छ कम होगा। हम अभी से नए कलेक्शन की तैयारी में जुट गए हैं ताकि हम ग्राहकों को कई विकल्प दे सकें। हमें त्योहारी सीजन में बिक्री 30 फीसदी बढऩे की उम्मीद है। इस बीच, वल्र्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012 की दूसरी तिमाही में भारत में सोने के गहनों की मांग 38 फीसदी गिरकर 181.3 टन रह गई। इसकी मुख्य वजह सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाना और कमजोर मानसून के चलते ग्रामीण बाजारों की बिक्री घटना है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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